अजित पवार (सौजन्य-सोशल मीडिया)
बारामती: मालेगांव कारखाना चुनाव के दौरान बारामती में पुणे जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक शाखा खुली रहने के मुद्दे पर सांसद सुप्रिया सुले ने एसआईटी जांच की मांग की थी। इस पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि कोई भी कुछ भी मांगता रहे, मैं उनके आरोपों का जवाब देने के लिए खाली नहीं बैठा हूं। बारामती के प्रशासनिक भवन में मतदान के बाद वे बोल रहे थे।
जिला बैंक के मामले को लेकर सहकार बचाव पैनल ने आरोप लगाए थे। इस पर अजित पवार ने कहा कि हमारे नीलकंठेश्वर पैनल का कोई भी सदस्य बैंक में नहीं था। उन्होंने कहा कि जब से आचार संहिता लागू हुई है, मालेगांव के शरद सहकार संकुल में उनका अड्डा है, लेकिन क्या मैं उसमें पड़ गया? जिसका लाभ उसे मिलेगा। मुझे उसमें पड़ना नहीं है।
सहकार नियमों के अनुसार आचार संहिता के दौरान किसी को भी वहां बैठने की अनुमति नहीं है। वहां बैठकर प्रचार या चुनावी सूची तैयार करना मना है। उन्होंने बताया कि शनिवार रात भी वहां लोग बैठकर राजनीति कर रहे थे। उन्हें फोन आया था कि वहां स्क्वाड भेजो और देखें क्या हो रहा है। लेकिन जिसका लाभ उसे मिलेगा। जिला बैंक के संचालक पद से उन्होंने डेढ़ साल पहले इस्तीफा दे दिया है, इसलिए यह कैसे हो सकता है कि मेरी अगुवाई में बैंक चल रही हो, इस सवाल का भी उन्होंने जवाब दिया।
मंत्री आदिती तटकरे पर लगे आरोपों के बारे में अजित पवार ने कहा कि अगर आरोप सही हैं तो जांच होगी और सच सामने आएगा। राजनीतिक जीवन में काम करते हुए कई लोगों पर आरोप लगे हैं। जांच के बाद सच जनता के सामने आ चुका है। महिला बाल विकास विभाग का वह ठीक से काम कर रही है। उसे जानबूझकर फंसाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव में महायुति के तीनों सदस्य मिलकर निर्णय लेते हैं।