अदाणी स्मार्ट मीटर (सौ. सोशल मीडिया )
Pune News In Hindi: पुरंदर तालुका में विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों की मनमानी जारी है। यहां अदाणी ग्रुप कंपनी के स्मार्ट मीटर लगाने की जबरदस्ती की जा रही है। बंद पड़े घरों के मीटर उनकी मर्जी के बिना ही बदले जा रहे हैं।
इतना ही नहीं जब अधिकारियों से इस बारे में सवाल किया जाता, तो वे कहते हैं कि आपको जो करना है, कर लो। इस तरह की धमकी दी जा रही है। इसे लेकर किसानों में भारी असंतोष फैल गया है। पुरंदर तालुका में विद्युत वितरण विभाग की मनमानी किसानों के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है।
बिजली कटौती का कोई निश्चित समय तय नहीं है। किसानों को बिना किसी सूचना के कभी भी बिजली काट दी जाती है। मनमाने ढंग से बिलों की वसूली की जाती है और बड़े उद्योगपतियों से हफ्ता लेकर उन्हें बिजली चोरी में मदद करने जैसे काम चल रहे हैं।
यदि सामान्य नागरिक किसी मजबूरी के कारण एक या दो बिलों का भुगतान नहीं कर पाते हैं तो उनकी बिजली तुरंत काट दी जाती है और बिजली बहाल करने के लिए मीटर जोड़ने के लिए अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है। जबकि होटल संचालकों और बड़े व्यापारियों पर कोई नियम लागू नहीं होता है।
बल्कि सासवड विभाग विद्युत वितरण कंपनी उप-कार्यकारी अधिकारी गणेश चांदणे ने कहा है कि कंपनी के कर्मचारियों ने लगाए है। मीटर बदलने की प्रक्रिया से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। अगर आपकी कोई शिकायत है तो वह अदाणी कंपनी से करें, लगाए गए मीटर हम नहीं बदलेंगे। आपको जो कार्रवाई करनी है, पुलिस स्टेशन में जो मामले दर्ज करने हैं, आप खुशी से करें,
पुरंदर के विद्युत वितरण विभाग द्वारा स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान शुरू किया गया है। इसमें बिजली उपभोक्ताओं के वर्तमान में उपयोग किए जा रहे मीटरी को बदलकर अदानी कंपनी के नए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। वास्तविकता यह है ककि सरकार ने खुद यह घोषित किया है कि मीटर तभी बदला जाना बाहिए जब ग्राहक का मीटर खराब हो या उसने नया मीटर बदलने की मांग की हो, लेकिन तालुका में कंपनी के कर्मचारी सरकारी अधिकारियों के सहयोग से मनमाने ढंग से सभी मीटरों को बदलते हुए दिखाई दे रहे है।
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हमें फर्क नहीं पड़ता
अदाणी कंपनी का मीटर बदलने वाले कर्मचारी यश कोलते ने ती नागरिकों की मीटर बदलने का कारण बताते हुए हद ही कर दी है। जब नागरिको ने पूछा कि हमारी अनुमति के बिना मीटर क्यों बदले गए और हमारे पुराने मीटर वापस लगा दें। तो उसने उदंडतापूर्ण जवाब दिया कि एक बार मीटर लगाने के बाद हम उसे वापस नहीं बदलते। आपको जिसे बताना है, बता दो, हम अस्थायी नहीं, स्थायी कर्मचारी है।