महाराष्ट्र मानसून (सौजन्य-IANS)
Pune News In Hindi: राज्य में दो सप्ताह पहले तक अधिकांश जिलों में किसानों को बारिश का बेसब्री से इंतजार था। लेकिन इसके बाद बंगाल की खाड़ी में लगातार दो निम्न दाब के क्षेत्र बनने के कारण कोंकण, घाट, मराठवाड़ा और पूर्व विदर्भ क्षेत्रों में जोरदार बारिश हुई।
इससे राज्य में अगस्त महीने तक की औसत वर्षा की भरपाई हो गई है और अब तक कुल 778 मिमी बारिश दर्ज की गई है। शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुए 24 घंटों में राज्य के 17 जिलों के 192 राजस्व मंडलों में अतिवृष्टि दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने आगामी 5 दिनों में वर्षा की तीव्रता में कमी आने की संभावना जताई है। विभागवार वर्षा में छ संभाजीनगर में 113%, नागपुर विभाग 101%, अमरावती 100%, कोकण 92%, पुणे 79% और नाशिक में 76% बारिश दर्ज की गई है।
भारतीय मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ एस डी सानप जुलाई और अगस्त में बारिश की मात्रा कम हो गई थी। तेज धूप के कारण फसलें सूखने लगी थीं। 15 अगस्त के करीब, मध्य-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में 18 डिग्री उत्तर की ओर एक कम दबाव का क्षेत्र बना। यह क्षेत्र राज्य के मध्य भाग से होकर गुजरा, जिससे मराठवाड़ा, विदर्भ, कोकण और घाटमाथा सहित सभी जगह भारी बारिश हुई। चार दिन पहले बंगाल की खाड़ी में एक और कम दबाव का क्षेत्र उत्तर की ओर बना। यह क्षेत्र पश्चिम की ओर बढ़ा, जिससे मानसून की हवाएं सक्रिय हुई। उनकी गति बढ़ने के कारण राज्य के अधिकांश हिस्सों में जोरदार बारिश हुई।
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उधर चाकूर तहसील में 27 से 29 अगस्त के दौरान हुई मूसलधार और लगातार बारिश के कारण लगभग 200 घरों की दीवारें गिर गईं, जिससे बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। इस स्थिति को देखते हुए प्रभावित नागरिकों को आर्थिक सहायता देने की मांग की जा रही है।