किसानों की फसलें बर्बाद (डिजाइन फोटो)
नासिक: मई महीने में आंधी और भारी बारिश के कारण जिले में कुल 12,156 हेक्टेयर में फसलों को 35.21 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस घटना में 1,469 गांवों के 35,757 किसान प्रभावित हुए हैं। प्रशासन ने इस नुकसान के संबंध में अंतिम रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार को सौंप दी है और आवश्यक सहायता राशि की मांग की है। पिछले महीने में लगातार तीन से चार हफ्तों तक बारिश का सिलसिला जारी रहा था।
पहले ओलावृष्टि और फिर आंधी के साथ हुई बारिश ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया। मई महीने के बारिश ने सभी रिकॉर्ड तोड़े, जिससे फसलों का बहुत बड़ा नुकसान हुआ। अधिकारियों ने नुकसान का आंकलन कर अंतिम रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष के तहत राहत देने की सिफारिश की गई है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि जिले में सबसे ज्यादा 7,557 हेक्टेयर में प्याज की फसलों का नुकसान हुआ है। इसके अलावा, 933 हेक्टेयर में सब्जी, 383 हेक्टेयर में मक्का, 318 हेक्टेयर में टमाटर, 148 हेक्टेयर में बाजरा और 118 हेक्टेयर में मूंगफली की फसलों का नुकसान हुआ। कुल मिलाकर, 9,494 हेक्टेयर में बागवानी फसलों का 25.63 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
आम की फसल पर विशेष असर पड़ा है, क्योंकि आम तैयार होने के रास्ते में थे, और आंधी के कारण 2,441 हेक्टेयर में आम की फसल को नुकसान हुआ। साथ ही, 191 हेक्टेयर में अनार, 4.5 हेक्टेयर में अंगूर और 14 हेक्टेयर में चीकू की फसलों का नुकसान हुआ, जिससे कुल 2,662 हेक्टेयर में बहुवार्षिक फलों का 9 करोड़ 58 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
शिवसेना नेता की हत्या का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, 5 महीने बाद पकड़ाया, ऐसे दिया खूनी वारदात को अंजाम
मई में हुई जोरदार बारिश और आंधी के कारण नुकसान का सिलसिला अभी भी जारी है। निफाड और देवला तालुका के कई क्षेत्रों में घरों की छतें उड़ गईं। दहीवड़ गांव में जिजामाता विद्यालय की छत उड़ी, और कसबेसुकेणे में एक गाय आंधी में मारी गई। इसके अलावा, पेठ के निरगुडे गांव में एक बैल और एक गाय मरी। इन घटनाओं की जानकारी आपदा प्रबंधन कक्ष ने दी है।