70 साल पुराना रामसेतु पुल बाढ़ में डूबा
Nashik News: शनिवार और रविवार को आई बाढ़ से गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ गया, जिससे नदी किनारे के कई व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। मंदिरों में पानी घुस गया और कई सामग्रियां बह गईं। इस आपदा में सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ करीब 70 साल पुराना रामसेतु पुल, जो नाशिक और पंचवटी को जोड़ता है।
2016 के बाद पहली बार रामसेतु पूरी तरह पानी में डूबा। पहले से ही कमजोर हो चुका पुल अब और अधिक जर्जर हो गया है। लोहे की रेलिंग टूट गई, खंभे उखड़ गए और कई हिस्सों पर दरारें दिखाई दे रही हैं। पुल पर वाहनों की आवाजाही पहले ही रोकी गई थी, लेकिन अब यह पाद यात्रियों के लिए भी असुरक्षित हो गया है।
2022 की बाढ़ में भी रामसेतु को नुकसान पहुंचा था, जिसके बाद प्रशासन ने इसे कुछ समय के लिए बंद किया था। स्ट्रक्चरल ऑडिट तक किया गया था, लेकिन पुल अब अंतिम सांसें गिनता नजर आ रहा है। 1955 में बने इस पुल ने 1969 और 2008 जैसे महापुर भी झेले थे।
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कुंभ मेले के संदर्भ में मंत्री गिरीश महाजन ने रामकुंड और गोदावरी किनारे का दौरा किया। निरीक्षण के बाद उन्होंने आदेश दिया कि रामसेतु को तुरंत तोड़कर उसी स्थान पर या अन्यत्र नया पुल बनाया जाए। साथ ही उन्होंने वर्तमान पुल को पैदल आवाजाही के लिए भी बंद करने का निर्देश दिया। अब नाशिक वासियों में उत्सुकता है कि नया रामसेतु पुराने स्थान पर बनेगा या किसी नए स्थल पर।