कार्यक्रम में मौजूद अतिथि (फोटो नवभारत)
नागपुर: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी का कहना था कि अमेरिकी सड़कें इसलिये अच्छी नहीं हैं कि अमेरिका अमीर है, बल्कि अमेरिका अमीर इसलिए है क्योंकि वहां की सड़कें अच्छी हैं’। कुछ इस तरह का उदाहरण देते हुए विदर्भ इकोनॉमिक्स डेवलपमेंट काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष शिव कुमार राव ने कहा कि जितने अच्छे रास्ते होंगे उतनी अधिक समृद्धि आएगी और जितने अच्छे रास्ते, उतनी ही अच्छा व्यवसाय होगा। यह बात समृद्धि महामार्ग पर लागू होती है।
नागपुर से मुंबई को कनेक्ट करने समृद्धि महामार्ग आज सही मायने में नागपुर सहित विदर्भ की समृद्ध करने वाला महामार्ग है। इसका सबसे बड़ा फायदा लॉजिस्टिक क्षेत्र को होगा। इसी लॉजिस्टिक क्षेत्र से बड़ी संख्या में रोजगार के द्वारा खुलेंगे। इसके साथ मैन्यूफेक्चरिंग और टूरिज्म क्षेत्र को भी इससे बढ़ावा मिलेगा। इससे कनेक्ट होने वाला हर एक शहर, गांव और स्थान समृद्ध हो रहे हैं। उन्हें हर तरह की सुविधाओं की सौगात मिल रही है। वे एमएसआरडीसी प्रस्तुत नवभारत ‘महाराष्ट्र की महासमृद्धि व सामाजिक उत्कर्ष सम्मेलन’ में संबोधित करते हुए बच्चों को लॉजिस्टक क्षेत्र के लाभ के बारे में प्रोत्साहित कर रहे थे।
कार्यक्रम को लेकर उत्साहित देख छात्र-छात्राएं (फोटो नवभारत)
शिव कुमार राव ने कहा कि समृद्धि महामार्ग ने लॉजिस्टक क्षेत्र में पुणे व मुंबई सहित अन्य स्थानों की कंपनियों को वेयर हाउस खोलने के द्वार खोल दिये हैं। यहां पर बड़े पैमाने पर वेयर हाउस खुलेंगे, तो उतना ही ज्यादा रोजगार भी आयेगा। आज इससे नागपुर से मुंबई की जहां दूरी कम हो गई, वहीं ट्रांसर्पोटेशन कॉस्ट कम होने से कंपनियों को फायदा मिलेगा। यहां की कंपनियों को मुंबई व पुणे के मार्केट में जल्द से जल्द पहुंचने में आसानी होने के साथ अपना प्रोडक्शन बढ़ाने का अवसर प्राप्त हुआ है। जितने अधिक वेयर हाउस खुलेंगे, उतना ज्यादा प्रोडक्शन बढ़ेगा और उतने ही अधिक रोजगार के अवसर खुलेंगे और इससे नागपुर सहित विदर्भ के युवाओं को फायदा होगा।
शिव कुमार राव स्टूडेंट्स से लॉजिस्टिक के साथ-साथ मैन्यूफेक्चरिंग और टूरिज्म के क्षेत्र में अधिक से अधिक फोकस करने के लिए कहा। आज समृद्धि महामार्ग से जितने भी शहर व गांव कनेक्ट हो रहे हैं, उनमें नये-नये होटल, रिसॉर्ट, फूड प्लाजा खुलने वाले हैं। इससे टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। एमएसआरडीसी ने यह एक ऐसा महामार्ग तैयार किया है जिससे एक्सपोर्ट और एक्सपोर्ट भी काफी तेजी से बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि समृद्धि महामार्ग जब पोर्ट से कनेक्ट हो जायेगा, तो बहुत अधिक फायदा होगा। इससे कंपनियों का समय और पैसा दोनों बचेगा। इस पर भी तेजी से काम चल रहा है। इससे लोकल कारोबारियों को बढ़ावा मिलेगा और कम से कम समय में अपना माल एक जगह से दूसरे जगह पर भेज सकेंगे। मजबूत लॉजिस्टिक्स कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर और नवीन तकनीकों को अपनाकर उत्पादकता और व्यापार को बढ़ाया जा सकता है। इससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है। इसके अलावा यह निवेश को बढ़ावा देता है।
भाजपा व्यापार आघाडी के प्रदेशाध्यक्ष विरेंद्र कुकरेजा ने कहा कि मुंबई तथा नागपुर के बीच यात्रा का समय घटकर 8 घंटे होगा, मुंबई महाराष्ट्र की राजधानी है, जबकि नागपुर उप राजधानी शहर है। इन दोनों शहरों के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए नागपुर-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण किया गया है। मुंबई नागपुर एक्सप्रेसवे या महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग से आर्थिक एवं बुनियादी ढांचे के विकास पर अच्छा प्रभाव देखने को मिलेगा। यह दस अल्प विकसित जिलों को कवर करता है जिससे आसपास के क्षेत्रों को लाभ होगा।
वीरेंद्र कुकरेजा (फोटो नवभारत)
इसका उद्देश्य राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक विकास को गति देना है। सभी क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी और यह राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय बाजारों का गेटवे बनेगा। एक्सप्रेसवे मुंबई में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट व नागपुर में मल्टीमॉडल इंटरनेशनल हब एयरपोर्ट को कनेक्टिविटी प्रदान करता है।
समृद्धि महामार्ग के किनारे कौशल आधारित उद्योगों, आईटी हब तथा शैक्षणिक संस्थानों को विकसित करने की भी योजना बनाई जा रही है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को फायदा होगा। इससे रियल एस्टेट निवेश की मांग भी बढ़ेगी। यह मार्ग वास्तविकता बनकर विदर्भ के विकास को नया आयाम दे रहा है। इस महामार्ग से नागपुर के साथ विदर्भ को एक नई पहचान मिली है। 701 किलोमीटर लंबा यह महामार्ग राज्य के 24 जिलों से होकर गुजरता है।