आसीनगर जोन में हंगामा (सौजन्य-नवभारत)
Nagpur Suicide Case: गुरुवार की दोपहर आसीनगर जोन में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब आत्महत्या करने वाले मनपा के सफाई कर्मचारी राजू उपाध्ये के शव के साथ परिजनों ने जमकर प्रदर्शन शुरू किया। उल्लेखनीय है गुरुवार की दोपहर राजू ने सुसाइड नोट में कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा प्रताड़ित किए जाने का हवाला देते हुए आत्महत्या कर ली थी। इसकी जानकारी मनपा में फैलते ही प्रशासन में खलबली मच गई।
आसीनगर जोन में प्रदर्शन के दौरान राजू के पुत्र सौरभ उपाध्ये ने कहा कि उसके पिता अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यप्रणाली के कारण काफी त्रस्त थे। परिवार की जिम्मेदारी के चलते चुपचाप परेशानी झेल रहे थे किंतु प्रताड़ना असहनीय होने के कारण अंत में किसी को बिना बताए ही सुसाइड नोट लिखकर जीवन समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह प्रताड़ित करने तथा आत्महत्या के लिए उकसानेवाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी और जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए।
आसीनगर जोन में चल रहे हंगामे के दौरान परिजनों ने कहा कि राजू ने मनपा के भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारियों के दबाव और प्रताड़ना के कारण यह कदम उठाया है। सुसाइड नोट में स्पष्ट रूप से भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी के नामों का उल्लेख किया गया है। गुड्डू राऊत और योगेश हाथीपछेल नाम के इन अधिकारियों के नामों को खुलासा हुआ है। ऐसे में इनके खिलाफ तुरंत प्रभाव से कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले ही सफाई करते समय चेंबर का भारी-भरकम ढक्कन उनके पैरों पर गिर पड़ा था जिसकी वजह से उन्हें गंभीर चोंट आई थी। उसके इलाज के लिए उन्होंने इन अधिकारियों से छुट्टी मांगी थी किंतु अधिकारियों ने छुट्टी देने से मना कर दिया। इसी पीड़ा में उनको काम करने के लिए मजबूर किया जाता रहा है। यहां तक कि पूरी ईमानदारी से काम करने के बाद भी भद्दे शब्दों का उपयोग कर जलील किया जाता रहा है।
परिजनों ने कहा कि मनपा की कार्यप्रणाली देखी जाए तो जिस प्रभाग में राजू उपाध्ये को काम सौंपा गया था। वहां पर 4 जमादार तो थे किंतु सफाई कर्मचारी के रूप में वह अकेला ही था जिससे लंबे समय से उस पर काम का बोझ था। परेशान करने के लिए कुछ समय पहले उसे वहां से दूर ट्रांसफर कर दिया था। हालांकि बाद में उसे वापस प्रभाग में तो लाया गया किंतु उसे बाद में परेशान किया जाने लगा।
जानबूझकर प्रभाग में सफाई कर्मचारी कम रखे जा रहे थे, ताकि उससे अधिक काम लिया जाए। जिस तरह से सुसाइड नोट लिखा गया है उससे यह प्रतीत होता है कि यह सुसाइड नहीं, हत्या है। उसे आत्महत्या के लिए उकसाया गया है। उकसाने वाले इन अधिकारी और कर्मचारियों पर हत्या के तहत मामला दर्ज करने की मांग भी उन्होंने की।
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सफाई कर्मचारी राजू उपाध्ये के साथ जो घटना हुई है पुलिस इसकी सघन जांच करेगी। जांच में मनपा प्रशासन की ओर से पूरा सहयोग किया जाएगा। इसके अलावा मनपा प्रशासन भी नियमों के अनुसार कार्रवाई करेगा। जहां तक मृतक के परिजन को नौकरी देने का मसला है, प्रशासन नियमों के अनुसार इसका फैसला लेगा। आसीनगर जोन के स्वास्थ्य विभाग में जमादार और सेनेटरी इंस्पेक्टर मिलकर काम करते हैं। मनपा में किसी तरह का दबाव नहीं है बल्कि कर्मचारी को हरसंभव मदद की जाती है।