नागपुर के फ्लाईओवर में आई दरार (फाइल फोटो)
नागपुर: नागपुर जिले का बुटीबोरी फ्लाईओवर केंद्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के लिए अहम प्रोजेक्ट था। पूरे जिले की गति को तेज करने के लिए वे शहर के प्रत्येक एंट्री पाइंट में बड़े-बड़े फ्लाईओवर का जाल बिछा रहे हैं लेकिन दूसरी ओर उनके ही नीचे कार्यरत नेशनल हाईवे अथॉरिटी (NHAI) के अधिकारी पलीता लगा रहे हैं। बुटीबोरी फ्लाईओवर में महज साढ़े 3 वर्ष बाद दरार आ जाना इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है।
बता दें कि दिसंबर महीने के आखिरी सप्ताह में इस फ्लाईओवर में दरार आने की घटना सामने आई थी। जिसके बाद इसे बंद कर दिया गया। कई दिनों बाद मंगलवार को केंद्रीय टीम ने बुटीबोरी फ्लाईओवर का दौरा किया। इस दौरान उत्सुक लोगों ने उनसे जानने का प्रयास किया कि बुटीबोरी फ्लाईओवर की स्थिति क्या है। इस पर एक भी अधिकारी जवाब देने को तैयार नहीं हुआ।
इस बीच कुछ लोगों ने बताया कि बुटीबोरी फ्लाईओवर डैमेज तो हुआ है लेकिन डैमेज इतना बड़ा नहीं है कि इसे तोड़ने की नौबत आए। निर्माण कार्य से जुड़े लोगों ने बताया कि कुछ दिनों के ब्लाक में इस ब्रिज की मरम्मत की जा सकती है। ब्रिज तोड़ने जैसी कोई बात नहीं है। कुछ लोग जानबूझकर अफवाह फैला रहे हैं। संबंधित व्यक्तियों का कहना है कि डैमेज हुआ है तो उसे आसानी से दुरुस्त किया जा सकता है।
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इस बीच दौरे के बाद अधिकारी वास्तविकता जानने का प्रयत्न कर रहे हैं। मूल्यांकन का काम 2 दिनों में पूरा होने जाने की संभावना जताई जा रही है। 2 दिनों में प्राथमिक रिपोर्ट आ जाएगी। इसके बाद स्थिति समीक्षा की जाएगी और तब उचित कदम उठाकर समस्या का निदान करने की पहल होगी। इसमें कितना समय लगेगा यह अभी कोई भी कुछ कह पाने की स्थिति में नहीं है।
विभाग द्वारा बड़े वाहनों को समृद्धि महामार्ग की ओर से जाने को कहा जा रहा है लेकिन जानकारी के अभाव में बड़े वाहन इसी मार्ग का इस्तेमाल करते हुए देखे जा रहे हैं। इससे बुटीबोरी चौक पर वाहनों का जमावड़ा लग रहा है और हर वक्त जाम की स्थिति बन रही है। जनता इससे निजात चाहती है लेकिन प्रशासन इसके लिए कोई भी ठोस कदम उठाने की स्थिति में नहीं है। इससे जनता में रोष है।