नागपुर सीपी रवींद्र सिंघल (फाइल फोटो)
नागपुर: अपराध नियंत्रण को लेकर पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र सिंगल एक्शन मोड में हैं। उन्होंने शहर में अवैध कारोबार को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। निष्क्रय अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की नीति लागू की है। इसी कड़ी में सीताबर्डी थाने के 2 पुलिस उपनिरीक्षक (पीएसआई) को सीपी ने निलंबित कर दिया है।
निलंबित किए गए अधिकारियों में डीबी दस्ते के प्रमुख पीएसआई जगन्नाथ शेरकर और पीएसआई संतोष वाघमारे का समावेश बताया गया। वहीं 8 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर प्रत्येक पर 5,000 रुपये दंड लगाया है। ज्ञात हो कि सीताबर्डी थाना क्षेत्र के तेलीपुरा इलेक्ट्रॉनिक मार्केट परिसर में अपराधी वर्षों से खुलेआम गांजा और एमडी जैसे नशीले पदार्थ बेच रहे थे।
परेशान नागरिकों ने सीधे सीपी सिंगल से शिकायत की। मंगलवार को इस गोरखधंधे का भंडाफोड़ हुआ। सीपी ने सीताबर्डी पुलिस को फटकार लगाने के साथ ही कार्रवाई का निर्देश भी दिया था। कार्रवाई में गांजा विक्रेता के अलावा 24 गंजेड़ियों को दबोचा गया। लोगों ने कई बार सीताबर्डी पुलिस से शिकायत की लेकिन स्थानीय पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। इस संबंध में कड़ा रुख अपनाते हुए सीपी ने बुधवार को सीताबर्डी थाना डीबी दस्ते के पीएसआई शेरकर और वाघमारे को निलंबित कर दिया। वहीं 8 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस के साथ जुर्माना भी लगाया।
इस बीच, पुलिस आयुक्त को इमामवाड़ा और एमआईडीसी थाना क्षेत्र में अवैध शराब और जुआ चलाये जाने की गुप्त सूचना मिली। सीपी ने क्राइम ब्रांच को कार्रवाई का आदेश दिया। क्राइम ब्रांच की विशेष टीम ने इमामवाड़ा क्षेत्र में तेलीपुरा हनुमान मंदिर, सिरसपेठ में नीलेश लक्ष्मणराव देशमुख और 13 अन्य आरोपियों के अवैध शराब अड्डों पर छापा मारकर कुल 15 लाख रुपए की देसी-विदेशी शराब बरामद की। वहीं एमआईडीसी थाना क्षेत्र में रंगोली बार के पास जुआ चलने की जानकारी मिलने पर क्राइम ब्रांच ने छापा मारकर 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों से कुल 91,715 रुपये का माल जब्त कर लिया गया।
बता दें कि सीताबर्डी का डीबी दस्ता अक्सर सुर्खियों में रहता है। उसके अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका हमेशा से ही संदेहास्पद रही है। विगत दिनों वसंत नाईक बस्ती में हुए डबल मर्डर में भी इस दस्ते की नाकामयाबी सामने आई थी। वहीं वर्षों से तेलीपुरा मार्केट में चल रहे नशीले पदार्थ के अवैध धंधे में भी डीबी के अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका संदेहस्पद है। इस गंभीर लापरवाही के कारण सीताबर्डी पुलिस थाने में मामला दर्ज कर उक्त अधिकारियों पर जानबूझकर अनदेखी करने तथा अवैध कार्य को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है।
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अपराध नियंत्रण के लिए पुलिस आयुक्त रवींद्र सिंगल ने स्पष्ट कहा है कि अपने कर्तव्य से विमुख, गैर जिम्मेदार एवं अपराध को बढ़ावा देने वाले अधिकारी एवं कर्मचारी सावधान रहें। उन्होंने सीधे तौर पर चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।