मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
Devendra Fadnavis Statement: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्थानीय निकाय चुनावों में मिली शानदार जीत का श्रेय भारतीय जनता पार्टी के मजबूत संगठन और सरकार द्वारा किए गए कार्यों को दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह जीत किसी नकारात्मक राजनीति का नहीं, बल्कि सकारात्मक विकास एजेंडे और भविष्य की योजनाओं का फल है।
महाराष्ट्र के नगर परिषद और नगर पंचायत चुनावों के परिणामों ने राज्य की राजनीति में महायुति के प्रभुत्व को एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है। रविवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भाजपा और महायुति ने यह चुनाव पूरी तरह से विकास के मुद्दे पर लड़ा था। उन्होंने अपनी प्रचार शैली पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पूरे अभियान के दौरान उन्होंने कभी भी किसी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी या विपक्षी दल की व्यक्तिगत आलोचना नहीं की। फडणवीस के अनुसार, उनका पूरा ध्यान केवल सकारात्मक विकास एजेंडे, सरकार द्वारा अब तक किए गए जनहित के कार्यों और भविष्य के लिए तैयार की गई योजनाओं पर केंद्रित रहा। जनता ने इसी विकासात्मक सोच पर विश्वास जताते हुए महायुति के पक्ष में भारी मतदान किया।
🕔 4.59pm | 21-12-2025📍Nagpur. LIVE | Media Interaction#Maharashtra #Nagpur https://t.co/TJSRuxQiJL — Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) December 21, 2025
रविवार सुबह 10 बजे शुरू हुई मतगणना के शुरुआती रुझानों से ही यह स्पष्ट हो गया था कि भाजपा, अजित पवार की राकांपा और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के ‘महायुति’ गठबंधन को व्यापक बढ़त मिल रही है। मुख्यमंत्री ने गर्व के साथ घोषणा की कि इन परिणामों के बाद भाजपा एक बार फिर राज्य में “सबसे बड़ी” पार्टी के रूप में स्थापित हुई है।
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उन्होंने विस्तृत आंकड़े प्रस्तुत करते हुए बताया कि लगभग 48 प्रतिशत नवनिर्वाचित सदस्य भाजपा के चुनाव चिह्न पर निर्वाचित हुए हैं। इसके अतिरिक्त, कुल 129 भाजपा उम्मीदवारों ने नगर परिषद अध्यक्ष के पद पर जीत हासिल की है। फडणवीस ने यह भी रेखांकित किया कि कुल 75 प्रतिशत स्थानीय निकायों में महायुति के उम्मीदवार अध्यक्ष पद पर चुने गए हैं, जो गठबंधन की मजबूती का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने इस सफलता को संगठन और सरकार के संयुक्त और सामूहिक प्रयासों का सुखद परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि जहाँ एक ओर सरकार ने अपनी विकास योजनाओं से जनता का दिल जीता, वहीं दूसरी ओर संगठन ने इन योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुँचाने का काम किया। महाराष्ट्र की कुल 286 नगर परिषदों और नगर पंचायतों में मिली यह सफलता आगामी राजनीतिक भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।