विदर्भ और मराठवाड़ा में आएगा 75,632 करोड़ का निवेश (सोर्स-सोशल मीडिया)
नागपुर: महाराष्ट्र सरकार में एक बार फिर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ताकत देखने को मिली है। राज्य में निवेश को गति देने के लिए 81,137 करोड़ के 7 निवेश प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इनमें से एक ‘मदर’ यूनिट को विदर्भ में लाने में सफल हुए हैं। अक्सर निवेश का बड़ा हिस्सा या मेजर प्रोजेक्ट विदर्भ से बाहर ही आते रहे हैं लेकिन इस बार बदलाव देखने को मिला है और एक मेजर यूनिट लाने में निश्चित रूप से सफलता मिली है। चुनाव के पहले इन्वेस्ट के लिए गए निर्णय का दूरगामी असर देखने को मिलेगा। यह दावा किया जा सकता है कि इस निवेश से विदर्भ की सूरत में आमूलचूल बदलाव देखने को मिल सकता है।
जानकारी के लिए बता दें कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में मुंबई में बैठक हुई। दोनों उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार, उद्योग मंत्री उदय सामंत सहित तमाम हाई प्रोफाइल अधिकारी बैठक में शामिल हुए। राज्य में निवेश को गति देने के लिए 81,137 करोड़ के 7 निवेश प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। आंकड़े वाकई में काफी बड़े हैं। खुशखबरी यह है कि इस बार निवेश का एक बड़ा हिस्सा नागपुर क्षेत्र में आने वाला है।
जानकारी के अनुसार 75,632 करोड़ का निवेश विदर्भ और मराठवाड़ा में आएगा। इस निवेश से लगभग 19,000 युवाओं के हाथों में रोजगार होगा। सबसे बड़ी बात यह है कि लिथियम बैटरी प्रोजेक्ट लाने को मंजूरी दी गई है। यह सही मायने में विदर्भ के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है। इस बार निश्चित रूप से फडणवीस ने ‘ताकत’ दिखाई है और एक ‘मदर’ यूनिट को विदर्भ में लाने में सफल हुए हैं।
JSW एनर्जी PSP XI लिमिटेड की एक विशाल लिथियम बैटरी विनिर्माण परियोजना मंजूर की गई है। इस प्रोजेक्ट में 25,000 करोड़ का निवेश बताया जा रहा है और लगभग 5,000 लोगों को रोजगार मिलेगा। संभव है इस लिथियम प्रोजेक्ट के आने से कई सहायक उद्योग का आना भी संभव होगा। मदर यूनिट के रूप में यह निवेश काम कर सकता है।
बैठक में फडणवीस ने अवाडा इलेक्ट्रो कंपनी की सौर पीवी मॉड्यूल और इलेक्ट्रोलाइज़र की एकीकृत परियोजना लाने में भी सफलता अर्जित की है। अतिरिक्त बूटीबोरी में अवाडा इलेक्ट्रो कंपनी सोलर पीवी माड्यूल्स एवं इलेक्ट्रोलाइजर का एकात्मिक प्रकल्प लगाएगी। इसमें भी 13,647 करोड़ का निवेश होगा। इसका कुछ हिस्सा कंपनी पनवेल में भी निवेश करेगी। 8,000 को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।
अतिरिक्त बूटीबोरी में शराब बनाने वाली वैश्विक कंपनी नरनार्ड रिकॉर्ड इंडिया लि। के 1,785 करोड़ के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिली है।
इस प्रकार के प्रकल्प की जरूरत विदर्भ को काफी समय से थी। लोग बेसब्री से किसी बड़े निवेश की घोषणा का इंतजार कर रहे थे। चुनाव के ठीक पहले फडणवीस ने ‘धमाका’ करने का काम किया है। यह उम्मीद की जा सकती है कि नागपुर के वीरान एमआईडीसी में जान फूंकी जा सकती है।