बोर्ड परीक्षा (AI Generated Image)
Board Exam CCTV Monitoring: इस बार 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा को पूरी तरह नकल मुक्त बनाने के लिए महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल ने ठोस नियोजन किया है। केंद्रों के बाहर पुलिस की पहरेदारी के साथ ही भीतर परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे भी होंगे। इसके अलावा केंद्र में प्रत्येक पर्यवेक्षक का मोबाइल जूम एप के माध्यम से जिला नियंत्रण कक्ष को जोड़ा जाएगा।
मंडल द्वारा परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया चल रही है। गत वर्ष जितने केंद्र थे उतने यथावत रखे गये हैं। 12वीं की प्रात्यक्षिक परीक्षा 23 जनवरी से आरंभ होगी। इससे पहले प्रत्येक परीक्षा केंद्र की गट शिक्षणाधिकारियों द्वारा जांच गई। जिन केंद्रों में सीसीटीवी नहीं लगे थे वहां सीसीटीवी लगाने के आदेश दिये गये। जिन केंद्रों में सुरक्षा दीवार टूटी हुई थी वहां दुरुस्त करने के निर्देश दिये गये थे।
केंद्रों में परीक्षार्थियों को मिश्र पद्धति से बैठाया जाएगा। यानी एक केंद्र पर अलग-अलग स्कूलों के छात्र होंगे। इसके साथ ही पर्यवेक्षक भी मिश्र पद्धति से तैनात किये जाएंगे। शहर के पर्यवेक्षकों को दूसरे स्कूलों तथा ग्रामीण भागों के पर्यवेक्षकों को दूसरी तहसील के स्कूलों में नियुक्त किया जाएगा।
यह इसलिए किया जा रहा है कि ताकि छात्र पहचान के न हों। प्रत्येक परीक्षा केंद्रों पर पर्यवेक्षकों के मोबाइल कैमरे शुरू रखकर वहां होने वाली हर गतिविधि की जानकारी जिलाधिकारी, शिक्षणाधिकारी तक पहुंचेगी।
पिछले वर्षों से राज्य में नकल मुक्त अभियान चलाया जा रहा है। इस बार भी जिलाधिकारी कार्यालय का पथक परीक्षा के दौरान तैनात रहेगा। अन्य पथकों की तरह जिलाधिकारी का पथक केंद्रों पर जाकर भेंट देगा। निरीक्षण करेगा और जरूरत पड़ी तो छापामार कार्रवाई भी करेगा।
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इसके अलावा शिक्षाधिकारी, गट शिक्षाधिकारी, राजस्व विभाग, बोर्ड अधिकारियों के भी पथक कार्यरत रहेंगे। 12वीं की लिखित परीक्षा 10 फरवरी से शुरू होगी। इससे पहले प्रात्यक्षिक और मौखिक परीक्षा 23 जनवरी से आरंभ हो जाएगी। 10वीं की लिखित परीक्षा 20 फरवरी से ली जाएगी। इसकी प्रात्याक्षिक परीक्षा 2 फरवरी से ली जाएगी।
परीक्षा की तिथि नजदीक आते ही स्कूलों में भी पाठ्यक्रम पूर्ण करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है। परीक्षा के लिए अभी करीब ढेड़ महीने का समय बचा हुआ है लेकिन प्रैक्टिकल परीक्ष से सिलेबस पूर्ण हो जाएगा ताकि छात्र परीक्षा की तैयारी कर सकें। इसलिए शिक्षकों के साथ छात्र भी तैयारी में जुटे हुए हैं।