मासूम जीत की हत्या का स्थान (सौजन्य-नवभारत)
Nagpur Crime News: खापरखेड़ा स्थित शंकरराव चव्हाण इंग्लिश स्कूल में कक्षा 6वीं में पढ़ने वाले 11 वर्षीय छात्र का फिरौती मांगने के इरादे से अपहरण किया गया, लेकिन जैसे ही मामला बिगड़ता दिखा तो आरोपियों ने उसकी बेरहमी से गला घोंटकर हत्या कर दी। यह घटना बुधवार को स्थानीय थाना क्षेत्र के चनकापुर इलाके में सामने आई, जिससे खापरखेड़ा इलाके में हड़कंप मच गया।
पुलिस जांच में पता चला है कि इन सभी मामलों का मास्टरमाइंड मृतक छात्र का पड़ोसी है। पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक छात्र का नाम जीत युगराज सोनेकर (11), चनकापुर वेकोलि कॉलोनी निवासी बताया गया। गिरफ्तार आरोपियों में राहुल पाल (32), यश वर्मा (21) और अरुण भारती (22) हैं। बच्चे की लाश को लेकर उसके परिवार के सदस्य, रिश्तेदार एवं सर्वपक्षीय लोगों ने थाने पहुंचकर प्रदर्शन किया।
आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करने तथा चनकापुर के खंडहर को तोड़ने की मांग की। डीसीपी कदम द्वारा समझाने के बाद वे शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए। इस बीच सांसद श्यामकुमार बर्वे वे भी वहां पहुंचकर मृतक के परिवार को संवेदना दी। जानकारी अनुसार जीत सोनेकर सोमवार 15 सितंबर को हमेशा की तरह स्कूल आया था। शाम की छुट्टी के बाद, वह घर जाने के लिए बस स्टाप के पास गया। इस बार उसके कुछ दोस्त बस से गए, लेकिन वह बस में नहीं गया।
इसी बीच, जब वह पैदल अपने घर की ओर जा रहा था, तो घटना के मास्टरमाइंड राहुल पाल, आरोपी यश वर्मा व अरुण भारती ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर मटन मार्केट के पास कार क्र. एमएच-40-ए-7997 को रोककर उसे बिठा लिया। वह राहुल और अन्य दो आरोपियों को जानता था इसलिए उनकी कार में बैठ गया इसके बाद आरोपियों ने उसका अपहरण कर लिया।
जीत की मां नीलिमा सोनेकर और बड़ा भाई राज पोला के समय से उसके दादा महादेवराव सोनेकर के घर वार्ड 2 खापरखेड़ा में रहने आए थे। घटना के दिन सोमवार को स्कूल के बाद शाम तक जीत जब घर नहीं पहुंचा तो उसकी मां, दादा, दादी, भाई और अन्य रिश्तेदारों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन जीत का कहीं पता नहीं चला। आखिरकार रात में ही खापरखेड़ा थाने में उसके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई।
घटना के दिन जीत के पिता युगराज सोनेकर पांढुरणा तहसील के बोथिया गांव में अपने माता-पिता से मिलने गए थे। उन्हें घटना की जानकारी दी गई। खापरखेड़ा पुलिस ने जीत की स्कूल के छात्रों के बयान दर्ज किए और जीत के माता-पिता व उनके रिश्तेदारों के साथ तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान, खापरखेड़ा पुलिस ने मुख्य बाजार, अन्नामोड़, मिलन चौक, दहेगांव रंगारी आदि क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों की जांच की, लेकिन जीत कहीं नहीं मिला।
जीत का अंतिम संस्कार (सौजन्य-नवभारत)
इसलिए, वरिष्ठों के आदेश पर, अपराध शाखा इकाई क्र. 5 की अपराध शाखा की टीम तलाशी अभियान में शामिल हुई, लेकिन दो दिनों की जांच के बाद भी पुलिस को कुछ नहीं मिला। बुधवार को सुबह लगभग 6 बजे अपने कुत्ते को ले जा रहे एक व्यक्ति ने चनकापुर कॉलोनी से सटी एक झाड़ी में जीत का शव देखा। घटना की सूचना खापरखेड़ा पुलिस को दी गई।
खापरखेड़ा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और अपराध शाखा पुलिस अन्य लोगों के साथ मौके पर पहुंची, पंचनामा किया और जीत के शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल अस्पताल भेज दिया। इस मामले में खापरखेड़ा पुलिस ने मामला दर्ज कर देर रात आरोपी राहुल पाल, यश वर्मा और अरुण भारती को गिरफ्तार कर लिया और आगे की जांच शुरू कर दी है।
जीत के पिता युगराज सोनेकर और घटना का मास्टरमाइंड राहुल पाल वेकोलि कॉलोनी में एक ही मोहल्ले में रहते थे। पिछले सात-आठ वर्षों से उनके बीच प्रेम संबंध थे। आरोपी राहुल को सूचना मिली थी कि जीत के पिता युगराज अपने बोथिया गांव में करोड़ों रुपये का खेत बेच रहे हैं। घटना वाले दिन युगराज अपने माता-पिता का हालचाल जानने बोथिया गांव गए थे, लेकिन राहुल को गलतफहमी हो गई कि युगराज पैसे लाने गांव गए हैं। इसी वजह से राहुल पाल ने यश वर्मा और अरुण भारती के साथ मिलकर जीत का अपहरण करने की योजना बनाई। जीत का स्कूल के बाद अपहरण किया गया था। जानकारी के अनुसार, घटना के आरोपियों ने 5 लाख रुपये की फिरौती मांगने की योजना बनाई थी।
पता चला कि 15 सितंबर को जीत का अपहरण करने के बाद जीत को लेकर आरोपी कोराडी, वारेगांव, भानेगांव आदि जगह पर घूमाते रहे। इसके बाद आरोपियों ने कार को पारशिवनी पूल से मोड़ दिया। इस दौरान, आरोपी अन्नामोड़, चनकापुर की ओर गए और बंद पड़ी एबी इंक्लाइन कोयला खदान के सुनसान रास्ते की ओर मुड़ गए। यहां रात करीब 10.30 बजे कार रोकी और कार के अंदर ही जीत का गला घोंटकर हत्या कर दी और उसके शव को बोरे में भर दिया।
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राहुल पाल ने अपने घर के पीछे झाड़ियों के बीच एक बोरे में शव को ठूंसकर रखा था। जब आरोपियों को शक हुआ कि शव से दुर्गंध आएगी, तो बुधवार की सुबह करीब 4 बजे आरोपियों ने शव को 100 मीटर दूर एक झाड़ी में ले जाकर फेंक दिया और पास ही एक मकान निर्माण के लिए लाई गई रेत में छिपा दिया। इस समय जीत अपने पैरों में जूतों के अलावा स्कूल यूनिफॉर्म में था। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद आरोपी राहुल पाल के घर के बगल वाली खाली इमारत की पहली मंजिल से जीत का स्कूल बैग बरामद किया। पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही हैं।