पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ ने कोविंद, के.बी. हेडगेवार को दी श्रद्धांजलि (सौजन्य-RSS)
RSS: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने संगठन के 100 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने विजयादशमी के अवसर पर नागपुर में आरएसएस मुख्यालय में शस्त्रों की पूजा की। इस अवसर पर हजारों की संख्या में स्वयंसेवक मौजूद रहे।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में आरएसएस विजयादशमी उत्सव कार्यक्रम में संगठन के संस्थापक के. बी. हेडगेवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद भी उपस्थित रहे।
#WATCH | Maharashtra | RSS chief Mohan Bhagwat pays tribute to the founder of the organisation K. B. Hedgewar in Nagpur, at the RSS Vijayadashami Utsav event Former President Ram Nath Kovind, who is the chief guest of the function, is also present. pic.twitter.com/T63fBqTQTc — ANI (@ANI) October 2, 2025
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्य नागपुर में विजयादशमी मनाने के लिए एकत्रित हुए और संघ प्रार्थना का पाठ किया। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संघ प्रार्थना का पाठ किया।
#WATCH | Maharashtra | Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) members recite Sangh Prarthana as they gather to celebrate #VijayaDashami in Nagpur RSS chief Mohan Bhagwat, Union Minister Nitin Gadkari, Maharashtra CM Devendra Fadnavis and other dignitaries are present. Former… pic.twitter.com/FZxBlS975v — ANI (@ANI) October 2, 2025
आरएसएस के 100 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संघ को शुभकामनाएं दी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया।
On Vijaya Dashami, a hundred years ago, the RSS was born with the aim of working towards serving society and nation building. Over a hundred years, innumerable Swayamsevaks devoted their lives towards fulfilling this vision. Here are my thoughts.https://t.co/2lBUxAOQKM — Narendra Modi (@narendramodi) October 2, 2025
इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, “आज से 100 साल पहले विजयादशमी के दिन ही समाज सेवा और राष्ट्र निर्माण के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई थी। लंबे कालखंड के दौरान असंख्य स्वयंसेवकों ने इस संकल्प को साकार करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। इसे लेकर मैंने अपने विचारों को शब्दों में ढालने का प्रयास किया है।”
यह भी पढ़ें – महाराष्ट्र में अब 24 घंटे खुली रहेंगी दुकानें, दिवाली से पहले सरकार का बड़ा फैसला, इन पर लगी पाबंदी
संघ के प्रारंभिक काल में विजयादशमी उत्सव का आयोजन महल स्थित मोहिते वाड़ा में किया जाता था। इसके बाद जैसे-जैसे संघ का विस्तार हुआ और शाखाओं की संख्या बढ़ने लगी, यह उत्सव यशवंत स्टेडियम में आयोजित होने लगा। फिर विजयादशमी उत्सव का आयोजन कस्तूरचंद पार्क में होने लगा। अब 1995 से विजयादशमी उत्सव का आयोजन रेशिमबाग में किया जाता रहा है।