अंतिम प्रभाग रचना की घोषणा (सौजन्य-नवभारत)
NMC Elections: आगामी नगर निगम चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग की मंजूरी की औपचारिकता पूरी होने के बाद शनिवार को नगर आयुक्त अभिजीत चौधरी ने अंतिम प्रभाग रचना की घोषणा की। घोषित 38 प्रभागों में से प्रभाग संख्या 8, 11, 16, 17 और 36 की आबादी 70,000 से अधिक है। ऐसे में इन क्षेत्रों में पूर्व नगरसेवकों और नए दावेदारों को अधिकतम मत प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
नई प्रभाग रचना के साथ चुनावी रणभूमि तैयार हो चुकी है और अब सभी की निगाहें चुनाव घोषणा की तारीख पर टिकी हैं। सुनवाई के दौरान प्राप्त सुझावों के आधार पर राज्य निर्वाचन आयोग ने नगर आयुक्त को आवश्यक सुधार करने के निर्देश दिए थे। उनके अनुसार संशोधित अंतिम प्रभाग रचना जारी की गई है। इस घोषणा से कुछ लोग संतुष्ट हैं तो कुछ निराश जिससे अब राजनीतिक हलचल और तेज होने की संभावना है।
राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा स्वीकृत अंतिम प्रभाग रचना में कुछ प्रभागों की सीमाओं में मामूली परंतु महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। वर्ष 2017 की तुलना में सीमाओं में बड़ा परिवर्तन नहीं हुआ है लेकिन कुछ संशोधनों से प्रभाग 6, 7, 8 और 9 प्रभावित हुए हैं। पुनर्गठन के दौरान छोटी गलियों के स्थान पर मुख्य सड़कों को सीमाओं के रूप में जोड़ा गया है।
इंदोरा मैदान के आसपास का क्षेत्र समीपवर्ती प्रभागों में शामिल किया गया है। प्रभाग 8 और 18 की सीमाओं में भी सुधार किया गया। जैसे प्रभाग 8 और 19 के बीच नालसाहेब चौक से शारदा चौक तक सीमाओं को संशोधित किया गया। इसके अलावा इंदोरा चौक-जरीपटका और वैशालीनगर घाट रोड क्षेत्रों में भी सुधार किए गए हैं।
भाजपा नेता और पूर्व नगरसेवक पिंटू (विजय) झलके ने सुनवाई के दौरान शहर के वार्डों में ग्रामीण क्षेत्रों को शामिल किए जाने पर आपत्ति जताई थी। उनकी आपत्ति को ध्यान में रखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने अंतिम रचना में सुधार किया। वाठोड़ा के संतरानगर और बहादुरा गांव के कुछ हिस्से, जो पहले प्रभाग 28 में जोड़े गए थे, उन्हें हटाया गया। झलके ने इस पर संतोष व्यक्त किया। साथ ही भाजपा शहर अध्यक्ष दयाशंकर तिवारी द्वारा प्रभाग 19 के हंसापुरी क्षेत्र को प्रभाग 8 में शामिल करने का सुझाव भी स्वीकार किया गया।
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अंतिम रचना के अनुसार 37 प्रभागों में प्रत्येक से 4 नगरसेवक चुने जाएंगे जबकि एक प्रभाग में 3 नगरसेवक होंगे। इस प्रकार कुल 151 सदस्यीय नगर निगम बनेगा। रिपोर्ट के अनुसार प्रभाग 2 में अनुसूचित जाति की जनसंख्या सर्वाधिक (36,315) है जबकि प्रभाग 17 में भी उल्लेखनीय संख्या (28,212) है। इन जनसंख्या भिन्नताओं के कारण आरक्षण लॉटरी और प्रत्याशी चयन पर सीधा प्रभाव पड़ने की संभावना है। इसलिए अब सबकी नजरें आरक्षण लॉटरी की घोषणा पर टिकी हैं।