प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Electricity Expensive Per Unit: इस त्योहारी सीजन में बिजली ग्राहकों को बड़ा झटका लगने वाला है। त्योहार के मौके पर महंगी बिजली का झटका लगने जा रहा है। महावितरण ने ईंधन समायोजन शुल्क के रूप में अक्टूबर महीने के बिल में प्रति यूनिट 35 से 95 पैसे तक की बढ़ोतरी की है। हालांकि महावितरण के अधिकारी ने बताया कि ईंधन समायोजन शुल्क नियामक आयोग की अनुमति से एडजस्ट की जाती है।
सितंबर महीने में उपयोग की गई बिजली पर यह शुल्क वसूला जाएगा जो आगामी आदेश तक लागू रहेगा। बताया गया कि बिजली उत्पादन खर्च बढ़ने और ओपन मार्केट से महंगी बिजली खरीदी करने के कारण यह वृद्धि करनी पड़ती है।
इस दर वृद्धि का असर घरेलू, कमर्शियल व औद्योगिक ग्राहकों पर पड़ने वाला है। मतलब दिवाली के मौके पर बढ़ी हुई बिजली बिल का भार नागरिकों की जेबों पर अलग से पड़ने वाला है। बताया गया कि बिजली की मांग बढ़ने से अतिरिक्त उत्पादन खर्च के चलते ग्राहकों को अस्थायी रूप से आर्थिक भार सहन करना होगा।
यह भी दावा किया गया कि आने वाले कुछ वर्षों में बिजली दरों में स्थायी रूप से कमी होगी। सरकार व मंत्री राज्य में नागरिकों को सस्ती बिजली देने का दावा कर रहे हैं और ईंधन समायोजन शुल्क सहित अन्य शुल्क लगाकर ग्राहकों की जेब ढीली करने का कार्य किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें – FDA ने रोकी ‘ओन्डेनसेट्रॉन’ की सेल, नागपुर में नहीं हुई कोल्ड्रिफ सिरप की सप्लाई, लोगों में छाई दहशत
यूनिट | दर वृद्धि (पैसे में) |
---|---|
1 से 100 | 35 |
101 से 300 | 65 |
301 से 500 | 85 |
501 से ऊपर | 95 |