NEP का ड्राफ्ट तैयार (AI Generated Photo)
NEP Draft Prepared: छात्रों में सामाजिक जीवन के प्रति लगाव पैदा करने के उद्देश्य से अब स्कूली पाठ्यक्रम में यातायात सुरक्षा और नागरिक सुरक्षा के साथ-साथ समाज सेवा भी पढ़ाई जाएगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा तैयार स्कूली शिक्षा पाठ्यक्रम (प्रस्तावित) प्रारूप 2025 में ये 2 नये विषय शामिल किए गए हैं। यह 9वीं और 10वीं के छात्रों के लिए लागू रहेंगे।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ने राज्य में तीसरी से 10वीं तक के स्कूली शिक्षा पाठ्यक्रम का प्रस्तावित प्रारूप तैयार किया है। इस प्रारूप में कुल 20 विषय दिए गए हैं। इनमें यातायात सुरक्षा और नागरिक सुरक्षा तथा समाज सेवा विषय नये सिरे से शामिल किए गए हैं।
समाज सेवा विषय में सामाजिक घटनाओं का सृजन, योग्यता, आत्मविश्वास और सामाजिक समस्याओं की पहचान करने की क्षमता जैसे दैनिक जीवन से जुड़े पाठ्यक्रम होंगे। अतः विद्यार्थियों को निस्वार्थ समाज सेवा के साथ-साथ अपने व्यक्तित्व के विकास का अवसर प्राप्त होगा। इससे विद्यार्थियों की तार्किक सोच के साथ-साथ उनके कार्य कौशल का भी विकास होता है।
यातायात सुरक्षा एवं नागरिक सुरक्षा पाठ्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को यातायात सुरक्षा एवं नागरिक सुरक्षा का महत्व समझाकर उन्हें जिम्मेदार, सुरक्षित एवं सक्षम नागरिक बनने में सहायता करना है। परिषद का मानना है कि यह पाठ्यक्रम एक सुरक्षित, अनुशासित एवं सुविज्ञ समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
शिक्षा विशेषज्ञ, अभिभावक एवं नागरिक इस पूरे प्रारूप पर 27 अगस्त तक ऑनलाइन सुझाव एवं प्रतिक्रिया प्रस्तुत कर सकेंगे। कक्षा 9वीं एवं 10वीं के विद्यार्थियों के लिए 18 घटकों पर आधारित यातायात सुरक्षा एवं नागरिक सुरक्षा पर पाठ्यक्रम तैयार किया गया है।
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इसमें यातायात सुरक्षा बल, नागरिक सुरक्षा, नागरिक सुरक्षा संगठन, यातायात नियंत्रण संकेत, यातायात नियम, वाहनों के प्रकार और राज्य संकेत, अग्निशमन, आपदा और उसके प्रकार, प्राथमिक चिकित्सा, जबकि कक्षा 10 के लिए यातायात सुरक्षा बल, संगठन संरचना और कार्य, पट्टी बांधना, आघात, आपदा प्रबंधन, सड़क संकेतों की भाषा आदि शामिल हैं। 9वीं और 10वीं में इस विषय की 78-78 घंटे की कुल 156 घंटे की पढ़ाई कराने की योजना है।