SIR पर सीएम फडणवीस (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Election Commission SIR: बिहार में मतदाता सूची के संपूर्ण पुनरीक्षण (SIR) को लेकर देशभर में बवाल मच गया था लेकिन अब चुनाव आयोग ने इस प्रक्रिया को देश के अन्य राज्यों में भी लागू करने की अनुमति दे दी है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि मतदाता सूची की शुद्धता के लिए यह कदम बेहद आवश्यक है।
हालांकि, राज्य में भी विपक्षी दल 96 लाख वोटर्स बोगस होने का दावा करते हुए सूची अपडेट करने की मांग को लेकर आंदोलन भी कर रहे हैं। अब सीएम ने भी एसआईआर को आवश्यक बताया है। वे नागपुर में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होने कहा कि वर्ष 2012 में मैंने स्वयं मतदाता सूची के पुनरीक्षण के संबंध में न्यायालय में याचिका दायर की थी जो अभी विचाराधीन है।
अब तक चुनाव आयोग केवल संक्षिप्त पुनरीक्षण करता रहा है लेकिन अब पूर्ण पुनरीक्षण की आवश्यकता है। फडणवीस ने कहा कि बिहार में ‘एसआईआर’ प्रक्रिया लागू करने से मतदाता सूची अधिक स्वच्छ हुई। अब जब यह प्रक्रिया अन्य राज्यों में भी अपनाई जा रही है तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए।
फडणवीस ने कहा कि एसआईआर के माध्यम से एक ब्लॉकचेन आधारित वोटर लिस्ट तैयार होगी। प्रत्येक मतदाता को एक आईडी नंबर मिलेगा जो स्थायी रहेगा। अगर कोई मतदाता किसी अन्य राज्य में चला भी जाए तो उस आईडी नंबर के माध्यम से उसका मतदान अधिकार सुरक्षित रहेगा।
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इससे मतदाता सूची का सही ढंग से प्रबंधन किया जा सकेगा। विपक्ष के विरोध पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष को पहले से ही अपनी हार दिखाई दे रही है, इसलिए वे अभी से भूमिका बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी ‘नोट चोरी’ बंद हुई, अब ‘वोट चोरी’ भी बंद होगी। आखिर ये पब्लिक है, सब जानती है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फलटण प्रकरण पर ट्वीट कर डॉक्टर की आत्महत्या को ‘संस्थागत हत्या’ बताया है, इस पर फडणवीस ने कहा कि राहुल गांधी को घटनाओं की पूरी जानकारी होती ही नहीं, फिर भी वे ट्वीट कर देते हैं। डॉक्टर महिला की आत्महत्या एक गंभीर मामला है। उसने अपने हाथ पर जो नोट लिखा था उससे सारा मामला स्पष्ट होता है। दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा लेकिन कांग्रेस नेता इस तरह की संवेदनशील घटनाओं पर भी राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम कर रहे हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।