नागपुर के 4 अधिकारियों को मिलेगा राष्ट्रपति पुलिस पदक (सौ.सोशल मीडिया)
नागपुर: पुलिस विभाग में उल्लेखनीय कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को राष्ट्रपति पुलिस पदक से नवाजा जाता है। इस साल शहर के 4 पुलिस अधिकारियों का इस पदक के लिए चयन हुआ है। इनमें क्राइम ब्रांच के एएसआई राजेश पैडलवार, पीएसआई गजानन तांदुलकर, लकड़गंज के पीएसआई अक्षय शुक्ला और एएनओ के एपीआई अणित पांडे का समावेश है।
पैडलवार को अपराधियों पर प्रतिबंधक कार्रवाई करने के लिए पहचाना जाता है। 1991 में बतौर सिपाही सिटी पुलिस में भर्ती हुए पैडलवार ने एमपीडीए के तहत 600 से ज्यादा अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। राज्य में पिट एनडीपीएस के तहत पहली कार्रवाई का प्रस्ताव तैयार करने वाले भी वे एकमात्र कर्मचारी हैं। अब तक उन्हें 700 से ज्यादा पुलिस रिवार्ड मिल चुके हैं।
वर्ष 2012 में उन्हें पुलिस डीजी इंसिग्निया पदक से भी सम्मानित किया गया था। पीएसआई अक्षय शुक्ला 1989 में सिटी पुलिस में भर्ती हुए। वर्ष 2013 में हुई विभागीय परीक्षा के बाद उन्हें बतौर सब इंस्पेक्टर प्रमोशन मिला। शुक्ला को अब तक 103 रिवार्ड मिल चुके हैं। डकैती, चोरी जैसे अपराधों को अंजाम देने वाले अपराधियों को उन्होंने सलाखों के पीछे पहुंचाया। यातायात व्यवस्था सुचारु रखने में उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया है।
नक्सल विरोधी अभियान (एएनओ) के एपीआई पांडे को उल्लेखनीय कार्य के लिए कई बार सम्मानित किया जा चुका है। अब तक उन्हें 255 पुलिस रिवार्ड मिल चुके हैं। 2 बार उन्हें बहिरजी नाइक और असाधारण कौशल पदक से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा डीजी इंसिग्निया, सुरक्षा पदक और आंतरिक सुरक्षा पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है।
क्राइम ब्रांच के तांदुलकर 1986 में सिटी पुलिस में भर्ती हुए। उन्होंने भी अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 119 अपराधियों के एमपीडीए के प्रस्ताव तैयार किए। अब तक उन्हें 224 पुलिस रिवार्ड और 2।50 लाख से ज्यादा नकद रिवार्ड भी मिले हैं। वर्ष 2021 में उन्हें डीजी इंसिग्निया पदक से सम्मानित किया गया था।
पिछले 24 वर्षों से इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के विभिन्न पदों पर उल्लेखनीय कार्य कर रहे नागपुर के बलवंत खांडेकर को भी राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जाना है। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग गुजरात के राजकोट में बतौर सहायक संचालक है। खांडेकर केवल महाराष्ट्र ही नहीं गुजरात और राजस्थान में भी काम कर चुके हैं। सेवा में उन्होंने कार्यनिष्ठा और उत्कृष्टता साबित की है। तीनों राज्यों में काम करते हुए राजनीतिक घटनाक्रमों का निरीक्षण और विभाग को नियमित जानकारी देने का काम उन्होंने किया।