चुनाव को लेकर कांग्रेस का मंथन
नागपुर: विधानसभा चुनाव में जिले की केवल एक सीट उमरेड पर जीत पाने वाली कांग्रेस जिला परिषद में दोबारा काबिज होने के लिए तैयारी में जुट गई है। जिला परिषद में कांग्रेस के दिग्गज नेता सुनील केदार गुट का एकतरफा कब्जा था। उन्होंने भाजपा को बेदखल कर जेडपी में पूर्ण बहुमत से कब्जा जमाया था। 58 सीटों वाली जेडपी में 32 सीटें कांग्रेस ने हासिल की थी। वहीं सहयोगी दल राकां ने 8 सीटें जीती थीं।
भाजपा महज 14 सीटें हासिल कर कमजोर विपक्ष के रूप में 5 वर्ष तक संघर्ष करती नजर आई थी। अब केदार के नेतृत्व में कांग्रेस ने आगामी चुनाव के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है। उन्होंने जिले के पदाधिकारियों के साथ बैठक लेकर मंथन करना शुरू कर दिया है। जिला परिषद, नगर परिषद, नगर पंचायतों में कांग्रेस की जोरदार वापसी की तैयारी शुरू कर दी गई है।
विधानसभा चुनाव में हार को कारणों पर चिंतन हो रहा। जानकारी के अनुसार, लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए जो जज्बा व एकजुटता पार्टी कार्यकर्ताओं ने दिखाई थी उसी रणनीति पर चलते हुए जेडपी व अन्य निकाय संस्थाओं के चुनाव में जीत हासिल करने के लिए मार्गदर्शन कर रहे हैं।
संगठन मजबूत तो जीत सुनिश्चित
केदार के नेतृत्व में 2 दिवसीय मंथन शिविर आयोजित किया गया। इसमें सांसद श्यामकुमार बर्वे, पूर्व मंत्री राजेन्द्र मुलक, सुरेश भोयर, जिला कार्यकारी अध्यक्ष अश्विन बैस, रश्मि बर्वे सहित जिला परिषद के पूर्व पदाधिकारी, नप, पंस के पदाधिकारी आदि उपस्थित थे। केदार ने सभी को काम पर जुटने का निर्देश दिया। बूथ लेवल पर ग्राम कमेटी, जिप कमेटी, तहसील कार्यकारिणी तैयार करने के निर्देश दिये।
वहीं सांसद बर्वे ने तहसील स्तर पर बैठक आयोजित करने को कहा। उन्होंने कहा कि संगठन मजबूत करें, संगठन मजबूत होगा तो पार्टी मजबूत होगी तो नेता मजबूत और कार्यकर्ता भी मजबूत होंगे। अहमद शेख, सुनील रावत, प्रकाश वसु, देवेंद्र गोडबोले, राजू कुसुंबे, बालू जोध, प्रकाश नागपुरे, तापेश्वर वैद्य, दिशा चनकापुरे, तुलशीराम कालमेघ, भास्कर पर्हाड, दिनेश ढोले, संजय जगताप, मिलिंद सुटे सहित जिले भर के पदाधिकारी उपस्थित थे।