शाइना एनसी और उद्धव ठाकरे (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के अवसर पर, योग संगम थीम लॉन्च किया गया। शिवसेना नेता शाइना एनसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस पहल के लिए धन्यवाद दिया और प्रशंसा की। इसका उद्देश्य विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों को एकजुट करना है। उन्होंने योग समावेश की शुरुआत करने के लिए आयुष मंत्रालय की भी सराहना की, जो विभिन्न समूहों को एक साथ लाने वाली एक पहल है।
शाइना एनसी ने इस दौरान एएनआई को बताया, “मैं योग संगम की थीम लॉन्च करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सराहना करना चाहूंगी, जो सभी पृष्ठभूमि के लोगों को एकजुट करती है। आयुष मंत्रालय ने इस साल योग समावेश की भी शुरुआत की है, जो विभिन्न समूहों को एक साथ लाता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस दुनिया भर में योग के लिए एक पृथ्वी और एक स्वास्थ्य की थीम के साथ एक वैश्विक उत्सव का प्रतीक है।”
शाइना एनसी ने शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे पर हमला करते हुए कहा कि शिवसेना के एकनाथ शिंदे का गुट जो बोलते है, वो करते है। शिवसेना यूबीटी कांग्रेस पार्टी का अनुसरण करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे ने पार्टी की मूल विचारधारा को छोड़ दिया है, जो हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे द्वारा दी गई थी। टिप्पणी से काम नहीं बनता है।
#WATCH | Mumbai | Shiv Sena leader Shaina NC says, “Shiv Sena (UBT) continue to comment over Eknath Shinde – but they don’t realise what Eknath Shinde says, he does. On the other hand, it’s Shiv Sena (UBT), and what they say is the thought of Congress. They left their… pic.twitter.com/PyKcDOUM0G
— ANI (@ANI) June 21, 2025
शाइना एनसी ने उद्धव ठाकरे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उद्धव ठाकरे को सोचना चाहिए कि उनका नाम उद्धव ठाकरे या उद्धव गांधी है, क्योंकि वे राहुल गांधी की विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं।
’21 जून को ही हमने किया था मैराथन योगा’, एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर कसा तंज, याद दिलाया विद्रोह
इससे पहले, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को राजनीतिक मोड़ देते हुए शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने अपने प्रतिद्वंद्वियों पर परोक्ष रूप से निशाना साधा, उन्होंने 2022 के अपने विद्रोह को “बड़ा योग” बताया, जिसने महाराष्ट्र की राजनीति की दिशा बदल दी। उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली शिवसेना से अपने गुट के अलग होने के दिन को याद करते हुए शिंदे ने चुटकी ली कि 21 जून को “मैराथन योग” सत्र की शुरुआत हुई, जिसने उनके शब्दों में, राज्य में राजनीतिक स्थिरता और विकास लाया।