संजय निरुपम (सौजन्य-एएनआई)
मुंबई: शिवसेना नेता संजय निरुपम ने कांग्रेस के कार्यालयों के खस्ताहालातों के बारे में प्रकाश डाला है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर कांग्रेस के दफ्तरों की उड़ी धज्जियों का खुलासा किया है और साथ ही उनके रहते कांग्रेस कार्यालय कैसा था इसकी जानकारी दी है।
संजय निरुपम ने दफ्तरों का हाल बया करते हुए बताया “मुंबई कांग्रेस के दफ़्तर पर बस ताला लगना बाक़ी है। दफ़्तर का भाड़ा वर्षों से नहीं भरा गया है। बकाया 18 लाख हो गया है। बिजली बिल का बकाया 5 लाख हो गया है। बिजली कट गई थी। डिस्ट्रीब्यूटर मीटर उठाकर ले गया था। मैं चार वर्षों तक मुंबई कांग्रेस का अध्यक्ष था।कभी ऐसी शर्मनाक स्थिति पैदा नहीं हुई थी।”
संजय निरुपम ने एक्स पर पोस्ट कर कांग्रेस के दफ्तरों के खस्ताहालात के बारे में बताया।
मुंबई कांग्रेस के दफ़्तर पर बस ताला लगना बाक़ी है। दफ़्तर का भाड़ा वर्षों से नहीं भरा गया है।
बकाया 18 लाख हो गया है।
बिजली बिल का बकाया 5 लाख हो गया है।
बिजली कट गई थी।डिस्ट्रीब्यूटर मीटर उठाकर ले गया था।
(FYI दक्षिण मुंबई में बिजली सप्लायर अदानी नहीं बेस्ट है) मैं चार वर्षों… — Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) March 7, 2025
उन्होंने अपने पोस्ट में आगे लिखा, “मुंबई कांग्रेस चलाने का महीने का खर्चा 14 लाख रुपये था। इसमें ऑफ़िस का भाड़ा, बिजली बिल, सभी कर्मचारियों का वेतन शामिल था। सुना है पिछले 10 महीने से मुंबई कांग्रेस के कर्मचारियों को वेतन भी नहीं मिला है। मेरे जमाने में एक ही असहज स्थिति पैदा हुई थी जब चायवाले का भारी बिल सामने आया था। मगर वह उसकी ओवरबिलिंग थी। वह भी सेटल कर दिया गया था।”
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संजय निरुपम ने लिखा, “मेरे जमाने में भी पार्टी विपक्ष में थी और मैं सांसद भी नहीं था। फिर आज ऐसी दुर्गति क्यों हो गई पार्टी की? एक, नेता यूट्यूब वीडियो बनाने में व्यस्त हैं। दो, कांग्रेस पार्टी पूर्णतया यूबीटी के पैरों की जूती बन गई है। मैंने वर्षों पहले कहा था, कांग्रेस पार्टी का कामकाज उद्धव ठाकरे की पार्टी के नाम आउटसोर्स मत करिए। खड़गे, वेणुगोपाल जैसे परम ज्ञानी मुझे इग्नोर करते रहे। आज नतीजा सामने है।”
संजय निरुपम ने कांग्रेस कार्यालयों की दुर्गति पर चिंता व्यक्त की साथ ही कांग्रेस को उन्हें इग्नोर करने का क्या नतीजा होता है इसका सबक भी सिखाया है।