कैबिनेट मंत्री नितेश राणे (pic credit; social media)
Maharashtra News: महाराष्ट्र की राजनीति में मराठा आरक्षण आंदोलन को लेकर सियासत तेज हो गई है। महायुति सरकार में बीजेपी के कैबिनेट मंत्री नितेश राणे ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि आंदोलन की आड़ में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बदनाम करने की सुनियोजित साजिश रची जा रही है।
राणे ने कहा कि कुछ लोग जरांगे पाटिल जैसे ईमानदार कार्यकर्ता का इस्तेमाल कर अपने राजनीतिक मकसद साधना चाहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आंदोलनकारियों को ठहराने के लिए लॉज की व्यवस्था करने से लेकर पेट्रोल के खर्च तक का जिम्मा किन्हीं खास लोगों ने उठा रखा है। इससे साफ है कि आंदोलन को प्रायोजित किया जा रहा है।
मंत्री नितेश राणे ने कहा – “अगर कोई जरांगे पाटिल के कंधे पर बंदूक रखकर सरकार और खासकर देवेंद्र फडणवीस को बदनाम करने का कार्यक्रम बना रहा है, तो सरकार के पास उसकी पूरी जानकारी मौजूद है।”
इसे भी पढ़ें- मराठा आरक्षण आंदोलन में हड़कंप, हार्ट अटैक से कार्यकर्ता की मौत
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बीजेपी-शिवसेना शिंदे सरकार ने हमेशा मराठा समाज के हित में काम किया है। एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री रहते हुए मराठा समाज को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया गया था और यह आरक्षण किसी अन्य वर्ग का हिस्सा घटाए बिना लागू किया गया था।
राणे ने बताया कि सरकार अब भी मराठा समुदाय के हक की लड़ाई में सहयोगी है। इसी उद्देश्य से एक उप-समिति गठित की गई है, जिसकी अध्यक्षता राधाकृष्ण विखे पाटिल कर रहे हैं। यह समिति आरक्षण से जुड़े मुद्दों पर ठोस कदम उठाने के लिए लगातार काम कर रही है।
हालांकि, राणे का यह आरोप कि आंदोलन के जरिए कुछ लोग “अपनी रोटी सेंक रहे हैं” ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। अब देखना होगा कि इन दावों का असर आंदोलन और सरकार के बीच संवाद पर कैसा पड़ता है।