सुनील शेलके और संजय राउत (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: शिवसेना यूबीटी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को एक पत्र भेजा है। इस पत्र के माध्यम से उन्होंने एनसीपी (अजित गुट) के विधायक सुनील शेलके पर गंभीर आरोप लगाए हैं। राउत का आरोप है कि शेलके ने खनन क्षेत्र में हजारों करोड़ों की रॉयल्टी हड़पकर सरकार के साथ धोखाधड़ी की है। राउत ने फडणवीस से मांग की है कि वे शेलके के खिलाफ कार्रवाई करें और महाराष्ट्र की लूट को रोके।
इस पर विधायक शेलके ने कहा कि अगर राउत इस संबंध में कोई सबूत देते हैं, तो मैं उस पर जवाब दूंगा। राउत ने कहा कि यह एक बेहद गंभीर मामला है। सरकार को समर्थन देने वाले दलों के विधायक और सांसद महाराष्ट्र को लूट रहे हैं, लेकिन फडणवीस का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।मावल के विधायक शेलके ने हजारों करोड़ों की रॉयल्टी की चोरी की है। उन्होंने एमआईडीसी की जमीन पर अवैध रूप से खनन उद्योग शुरू किया और सरकार की रॉयल्टी को नुकसान पहुंचाया है।
मैंने इस संबंध में पूरी जानकारी और सबूतों के साथ मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। राउत ने यह भी कहा कि अब तक मैंने फडणवीस को उनके मंत्रिमंडल के मंत्रियों और विधायकों के भ्रष्टाचार से जुड़े 21 मामले सबूतों सहित भेजे हैं, लेकिन आज तक उन्होंने किसी भी मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, न ही उन्होंने यह कहा है कि कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने मेरे किसी पत्र को संज्ञान में नहीं लिया।
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संजय राउत के आरोपों पर विधायक सुनील शेलके ने कहा कि बिना किसी तरह के सबूत के राउत ने मेरे खिलाफ आरोप लगाए हैं। मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि अगर उनके पास कोई जानकारी, दस्तावेज, या मुझे इस संबंध में कोई सरकारी नोटिस आया हो, या कोई जांच चल रही हो, तो वे सबूत पेश करें। जब तक वे सबूत प्रस्तुत नहीं करते, तब तक मैं कोई सफाई नहीं दूंगा।
वहीं दूसरी ओर, विपक्ष के विधायक रोहित पवार और जितेंद्र आव्हाड ने कहा है कि राउत के आरोपों में कुछ सच्चाई हो सकती है। वहीं राकां के विधान परिषद सदस्य अमोल मिटकरी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “आरोप लगाना राउत की पुरानी आदत है।”