NIRF रैंकिंग में मुंबई विश्वविद्यालय का शानदार प्रदर्शन, 61वें पायदान से छलांग लगाकर 54वें स्थान पर
Mumbai News: मुंबई विश्वविद्यालय ने NIRF 2025 रैंकिंग में 61वें स्थान से उछलकर 54वें स्थान पर कब्जा कर लिया। महाराष्ट्र के पारंपरिक राज्य विश्वविद्यालयों में MU पहले स्थान पर रहा।
NIRF Ranking 2025: मुंबई विश्वविद्यालय ने एनआईआरएफ रैंकिंग 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए देश के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों की सूची में पिछले वर्ष के 61वें पायदान से उछलकर 54वें स्थान पर कब्जा किया है। विश्वविद्यालय ने कुल 52.48 अंक प्राप्त किए हैं, जो इसकी शैक्षणिक गुणवत्ता और शोध प्रगति का संकेत है।
सामान्य श्रेणी में भी मुंबई विश्वविद्यालय ने 49.80 अंक लेकर देश के शीर्ष 100 विश्वविद्यालयों में जगह बनाई है। महाराष्ट्र के पारंपरिक राज्य विश्वविद्यालयों में यह विश्वविद्यालय 52.48 अंकों के साथ पहले स्थान पर रहा। वहीं, देश के पारंपरिक राज्य विश्वविद्यालयों की सूची में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ और पिछले वर्ष के 18वें स्थान से उछलकर 12वें स्थान पर पहुंचा।
एनआईआरएफ रैंकिंग के पांच मुख्य मानदंडों में मुंबई विश्वविद्यालय ने बेहतरीन अंक हासिल किए। ग्रेजुएशन आउटकम (GO) में 88.25, टीचिंग, लर्निंग एंड रिसोर्सेज (TLR) में 64.43, आउटरीच एंड इंक्लूजन (OI) में 58.88, परसेप्शन में 37.51 और रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिस (RPC) में 19.54 अंक प्राप्त हुए हैं।
पिछले पांच वर्षों में विश्वविद्यालय ने लगातार अपनी समग्र रैंकिंग में सुधार किया है। इस सुधार के लिए विश्वविद्यालय ने व्यापक योजनाएं बनाई हैं। इनमें यूडीआरएफ का प्रभावी कार्यान्वयन, शोध के लिए पर्याप्त धनराशि का प्रावधान और संकाय को शोध एवं प्रकाशन के लिए प्रोत्साहित करना शामिल है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये प्रयास निकट भविष्य में विश्वविद्यालय की रैंकिंग और प्रदर्शन में और सुधार करेंगे।
मुंबई विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि एनआईआरएफ रैंकिंग में सुधार सिर्फ एक संख्या नहीं है बल्कि गुणवत्ता शिक्षा, शोध गतिविधियों और समाज के प्रति उत्तरदायित्व का प्रतीक है। विश्वविद्यालय ने छात्रों, संकाय और कर्मचारियों को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और भविष्य में और उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्धता जताई।
राजनीतिक और शैक्षणिक विशेषज्ञों का कहना है कि मुंबई विश्वविद्यालय ने लगातार गुणवत्ता और निष्पक्षता के साथ शिक्षा, शोध और आउटरीच गतिविधियों में बेहतरीन काम किया है। इस रैंकिंग से महाराष्ट्र के शिक्षा क्षेत्र की प्रतिष्ठा और भी मजबूत हुई है।