प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Mumbai Fake Birth Certificate Scam: मुंबई की देवनार पुलिस ने बच्चों के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने का आरोप में पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की है। जिनकी पहचान घाटकोपर निवासी मोहम्मद इजरार शेख, घाटकोपर निवासी मोहम्मद जावेद अंसारी, शांताराम वामन तायडे, विद्याविहार निवासी सोनू मांगीराम डिलोड और चेंबूर निवासी अब्दुल अहद खान के रूप में की गई है।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 318, 336, 340 तथा जन्म पंजीकरण अधिनियम की धारा 33, 34 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, जांच के दौरान जब उनके बेटे के जन्म प्रमाण पत्र पंजीकरण के लिए दिए गए पते पर उनकी तलाश की गई। तो पता चला कि वे वहां रहते ही नहीं थे।
चूंकि उनके निश्चित निवास स्थान की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं थी, इसलिए यह पाया गया कि उन्होंने अपने बेटे के जन्म पंजीकरण के लिए गलत जानकारी और दस्तावेज दिए थे। पुलिस ने यह कार्रवाई वर्तमान के चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रदीप कसाले (47) की शिकायत पर की है।
यह भी पढ़ें:- अजित पवार की पार्टी में महिला नेताओं का संग्राम! रूपाली ठोंबरे और रुपाली चाकणकर में सियासी घमासान
इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस मामले की जांच करने की बात कह रही है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिकायत में आरोप लगाया गया है कि, 1 जनवरी से 31 दिसंबर 2024 के बीच पंजीकरण प्रक्रिया में देरी करके 196 फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी किए गए हैं। बीएमसी ने डॉ संजय फुंदे और उनके दो सहायकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
ये फर्जी प्रमाणपत्र कथित तौर पर गोवंडी मेट्रो स्टेशन के पास, देवनार पुलिस स्टेशन की बीट संख्या 1 के अंतर्गत सहयोग अपार्टमेंट से जारी किए गए थे। मामले की जानकारी शुक्रवार शाम करीब 5 बजे पुलिस को मिली और शाम 7:11 बजे औपचारिक रूप से मामला दर्ज किया गया है। भाजपा नेता और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने आरोप लगाया है कि डॉ फुंदे ने 94 अवैध जन्म प्रमाणपत्र जारी किए थे।