
मीठी नदी (सोर्स: सोशल मीडिया)
Mumbai Mithi River Redevelopment: मीठी नदी रीडेवलपमेंट के तीसरे चरण का काम आखिरकार शुरू होने जा रहा है। इस कार्य की निविदा प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और लगभग 1,700 करोड़ रुपये का यह प्रोजेक्ट अडानी समूह को दिया गया है। निश्चित परियोजना लागत से 7.7 प्रतिशत अधिक दर पर अडानी कंपनी ने बोली लगाई थी। बातचीत के बाद 100 करोड़ रुपये अधिक देकर यह काम अडानी को सौंपा गया है।
आचार संहिता लागू होने से पहले ही कार्यादेश देकर काम शुरू कराने की तैयारी बीएमसी कर रही है। इस बीच, अडानी को मीठी नदी का काम किस प्रकार के अनुभव के आधार पर दिया गया, इस पर राजनीतिक गलियारों में जोरदार चर्चा हो रही है।
धारावी पुनर्विकास परियोजना में अडानी का जोरदार विरोध जारी है, ऐसे में धारावी से लगे कुर्ला से माहिम कॉजवे के बीच तथा सीएसटी रोड क्षेत्र में मीठी नदी रीडेवलपमेंट परियोजना के तीसरे चरण का काम अडानी समूह की एक कंपनी को सौंपा गया है। मीठी नदी के किनारे सुरक्षा दीवार निर्माण, सड़क कार्य, सीवर लाइन डालने जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य इसमें शामिल हैं।
2005 में शहर में आई बाढ़ में मीठी नदी का मुद्दा गंभीर रूप से सामने आया था। 2019 में नगर निगम ने मीठी नदी पुनरुद्धार परियोजना शुरू की थी। इसे 4 चरणों में पूरा किया जाना था, लेकिन तीसरे चरण के काम पिछले कई वर्षों से निविदा स्तर पर अटके पड़े थे। अब यह लंबित कार्य अडानी ग्रुप पूरा करेगा।
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इसी दौरान, तीसरे चरण के लिए नगर निगम ने फिर से निविदा जारी की है। इसमें अडानी समूह की एक कंपनी ने बोली लगाई। सीएसटी रोड, कुर्ला से माहिम कॉजवे के बीच सुरक्षा दीवार और सेवा सड़क का निर्माण, सीवर लाइन डालना जैसे कई कार्य शामिल हैं। पिछले कुछ वर्षों से यह कार्य केवल निविदा स्तर पर ही लंबित थे। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, कार्यादेश जारी करते ही आचार संहिता लागू होने से पहले इन कार्यों को शरू करने की योजना है।






