-अनिल चौहान
भायंदर: मीरा-भायंदर बीजेपी (Mira-Bhayander BJP) में चल रही कलह और गुटबाजी समाप्त होने की ओर है। शनिवार को बीजेपी नेता रविंद्र चव्हाण (Ravindra Chavan) दोनों गुटों के प्रमुख नेताओं को गले मिलवाकर मनमुटाव और गुटबाजी खत्म करा देने का दावा किया। खैर दिल मिले हों या न मिले हों, लेकिन हाथ तो मिल ही गए हैं। सूत्रों की मानें तो दोनों गुटों को एक साथ लाने की सख्त हिदायत पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दी थी।
रविंद्र चव्हाण ने कहा की पार्टी संगठन और चुनावी रणनीति जिलाध्यक्ष रवि व्यास (Ravi Vyas) और पूर्व विधायक नरेंद्र मेहता (Former MLA Narendra Mehta) के साथ मिलकर तैयार करेंगे। चुनाव दोनों ही नेताओं के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। उन्होंने दावा किया कि दोनों गुट देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में 16 मई को होने वाले बुध्द विहार के उद्दघाटन में शिरकत करेंगे। गौरतलब है कि पहले दोनों गुट एक-दूसरे की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा नही लेते थे। हालांकि कहा जा रहा है की सिर्फ इसी कार्यक्रम के लिए ही यह मिलन है।
दो दिन पहले नए प्रभारी प्रवीण दरेकर नगरसेवक-कार्यकर्ताओं के साथ अलग-अलग मीटिंग कर उनका विचार जाना था। शनिवार को पूर्व प्रभारी रविंद्र चव्हाण दोनों गुटों के साथ अलग-अलग मीटिंग कर उनकी शिकायतें सुनीं। सूत्र बताते हैं कि व्यास गुट की तरफ से कहा गया कि नरेंद्र मेहता जिला कार्यालय और अध्यक्ष दोनों को नहीं मान रहे हैं, जबकि कार्यालय का उद्घाटन खुद पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस और नियुक्ति प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रकान्त दादा ने की है। वे व्यास समर्थकों को व्यक्तिगत निशाना बना सकते हैं। वहीं मेहता गुट की तरफ से कहा गया कि विधानसभा चुनाव के गद्दारों खिलाफ कैसे कार्रवाई होगी? पार्टी संगठन में उनके समर्थकों को कैसे एडजस्ट किया जाएगा। मेहता के योगदान को वरियता क्यों नहीं दी जा रही है?
जवाब में चव्हाण ने कहा कि अगर ठीक होती जख्म को कुरेदा जाएगा तो वह हरा हो जाएगा। पार्टी एक परिवार है और परिवार में इस तरह के छोटे-मोटे विवाद होते रहते हैं। इसे भूलाकर हमें आगामी चुनाव की तैयारी में लग जाना चाहिए। संगठन में पद और चुनाव में टिकट नीट की तरह परीक्षा पास करने वाले कार्यकर्ताओं को दिया जाएगा। इसके लिए पार्टी सर्वे कराती है। बाद मेहता को साथ लेकर रविंद्र चव्हाण जिला अध्यक्ष कार्यालय पहुंचे। उनका और व्यास का मिलाप कराया। बाद में मीडिया से दोनों के एक साथ आने का दावा किया। प्रवक्ता गजेंद्र भंडारी ने कहा कि सारी गलतफहमी दूर हो गई है। मीरा-भायंदर महानगरपालिका चुनाव में 80 से अधिक सीट जीतने का लक्ष्य लेकर हम काम में जुट रहें हैं।