CM फडणवीस, उद्धव ठाकरे
Mumbai News: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज शिवसेना प्रमुख उद्धव बालासाहेब ठाकरे का नाम लिए बिना उन पर तीखा हमला बोला। वह मुंबई में बीजेपी की विजय संकल्प रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दरअसल, “अगर मैं उनसे सवाल पूछूं, तो वे जवाब नहीं दे पाएंगे।”
उन्होंने कहा, “अरे, जरूरत कब होती है? जब आम आदमी मुश्किल में होता है। कोविड काल में जब लोग मर रहे थे। जब आम लोगों को बेड नहीं मिल रहे थे। जब लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिल रही थी। उस समय हजारों करोड़ रुपये जमा करने वाली मुंबई नगर निगम से बेहतर सुविधाओं की उम्मीद की जा रही थी।”
देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया कि मुंबई महानगरपालिका पर जो लोग काबिज थे, उनसे उम्मीद थी कि वे पैसों का सही उपयोग करेंगे।
“आम लोगों के लिए व्यवस्था करेंगे। ऑक्सीजन उपलब्ध कराएंगे। अस्पताल में बेड देंगे। लेकिन उन्होंने इसमें भी अपने रिश्तेदारों को ठेके दिलवा दिए। उनके रिश्तेदारों ने लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया।”
फडणवीस बोले, “अगर मैं ये नहीं कह रहा हूं, तो आप ईडी की चार्जशीट पढ़ सकते हैं। उन्होंने ऐसे लोगों को डॉक्टर बताया जो डॉक्टर नहीं थे। ऐसे लोगों को कंपाउंडर बताया जो कंपाउंडर नहीं थे। उन्होंने उन लोगों को नर्सें बताया जिनके पास कोई नर्सिंग ट्रेनिंग नहीं थी। और उन्हें खड़ा कर करोड़ों रुपये उड़ाए। नतीजा ये हुआ कि मेरा आम मुंबईकर जानवरों की तरह मर गया।”
फडणवीस ने ऊंची आवाज में कहा, “ये निकम्मे लोग, जिन्होंने मेरे मृतक मुंबईकर के सिर पर लगा मक्खन खा लिया, उन्होंने उस बॉडी बैग में घोटाला किया जिसमें उस शव को रखा जाना था। ये कफन चोर हमें क्या सिखाएंगे? ये कफन चोर, जिन्होंने कफन से चोरी की, ये कफन चोर मुंबईकरों के सामने किस मुंह से आते हैं? यही मेरा सवाल है।”
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “कोई चिंता की बात नहीं है। मैं आपसे आग्रह करने आया हूं। अब हमें मुंबई के हर घर तक जाना है। हमें जनता को बताना है कि हमने क्या काम किया है। और ये लोग क्या करते रहे हैं। जब तक हम लोगों को उनके घरों में बैठाकर जागरूक नहीं करेंगे, तब तक ये नहीं रुकेंगे।”
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फडणवीस ने कहा कि आज इस विजय संकल्प रैली के ज़रिए ये संकल्प लें कि हम मुंबई नगर निगम में महायुति का महापौर बनाएंगे।
“इसलिए नहीं कि मुंबई सोने के अंडे देने वाली मुर्गी है, बल्कि इसलिए कि मुंबई ने महाराष्ट्र और देश को ऊंचाई दी है। अब वक्त आ गया है कि हम मुंबई को उसका हक लौटाएं। और ये काम बीजेपी महायुति सरकार के बिना संभव नहीं है।”