महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले
मुंबई : राहुल गांधी ने वाशिंगटन में ऐसा बयान दे दिया है, जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह के बौखलायी हुयी है। भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आरक्षण संबंधी टिप्पणी के खिलाफ शुक्रवार को राज्यव्यापी प्रदर्शन किया।
महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि आरक्षण के खिलाफ राहुल गांधी की मानसिकता के बारे में लोगों को अवगत कराने के लिए प्रदर्शन करना जरूरी है। वहीं कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने भाजपा पर फर्जी खबरें फैलाने और नौटंकी करने का आरोप लगाया।
🟧13-09 -2024 | अकोला | निषेध आंदोलन
आरक्षणविरोधी राहुल गांधींचा जाहीर निषेध#BJP #Maharashtra #Akola #ChandrashekharBawankule pic.twitter.com/CyBxnOZzWR
— Chandrashekhar Bawankule (@cbawankule) September 13, 2024
राहुल गांधी ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों से संवाद के दौरान सोमवार को कहा था कि कांग्रेस तभी आरक्षण खत्म करने के बारे में सोचेगी, जब देश में सभी को समान अवसर मिलने लगेंगे और फिलहाल भारत में ऐसी स्थिति नहीं है।
राहुल गांधी ने वाशिंगटन में ‘नेशनल प्रेस क्लब’ में संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत में लोकतंत्र को बुरी तरह नुकसान पहुंचाया गया है लेकिन अब लोकतंत्र फिर से पटरी पर लौट रहा है। भाजपा ने राहुल गांधी की “आरक्षण विरोधी” टिप्पणी को लेकर राज्यव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की है।
छत्रपति संभाजीनगर में, महाराष्ट्र के आवास मंत्री अतुल सावे ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन किया और राहुल गांधी के खिलाफ नारे लगाए। मुंबई में विरोध प्रदर्शन के दौरान, भाजपा विधायक मनीषा चौधरी ने दावा किया कि कांग्रेस दिवंगत प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक आरक्षण का विरोध करती रही है। उन्होंने कहा कि गांधी का “आरक्षण विरोधी” रुख सामने आ गया गया है। विरोध प्रदर्शन करने के लिए भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने पार्टी पर फर्जी खबरें फैलाने और नौटंकी करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी टिप्पणी में कभी नहीं कहा कि आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा।
कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “भाजपा नेता किसके लिए विरोध कर रहे हैं? उन्हें सूचना को सत्यापित करने की भी आवश्यकता महसूस नहीं होती। लेकिन लोग उनके फर्जी विमर्श से प्रभावित नहीं होंगे। लोग जानते हैं कि भाजपा संविधान विरोधी और आरक्षण विरोधी है।”