उद्धव ठाकरे (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई है। सभी पार्टियों ने अपनी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। इसके ही मद्देनजर शुक्रवार (16अगस्त) को महाविकास अघाड़ी के पदाधिकारियों की मुंबई में बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए घोषित किए जाने वाले, महाविकास आघाडी गठबंधन के उम्मीदवार का वह समर्थन करेंगे।
महाविकास आघाडी की बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव राज्य के आत्मसम्मान की रक्षा की लड़ाई के लिए होंगे। उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाविकास आघाडी गठबंधन के कार्यकर्ता महाराष्ट्र के गौरव और सम्मान की रक्षा के लिए अपने निजी हितों से ऊपर उठकर काम करें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए घोषित किए जाने वाले, महाविकास आघाडी गठबंधन के उम्मीदवार का वह समर्थन करेंगे। महाराष्ट्र में अक्टूबर या नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। एमवीए में शिव सेना (यूबीटी), शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा और कांग्रेस शामिल हैं।
विपक्षी गठबंधन एमवीए के पार्टी कार्यकर्ताओं को यहां संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा, ‘‘उद्धव ठाकरे, कांग्रेस और राकांपा द्वारा एमवीए के मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में घोषित किसी भी उम्मीदवार का समर्थन करेगा। मैं अपने लिए नहीं बल्कि महाराष्ट्र के अधिकारों के लिए लड़ रहा हूं।” उन्होंने जोर देकर कहा कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला पहले किया जाना चाहिए न कि चुनाव में सबसे अधिक सीटें जीतने वाली पार्टी के हिसाब से यह तय होना चाहिए।
यह भी पढ़ें:- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का क्यों नहीं हुआ ऐलान, मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताई वजह
उद्धव ठाकरे ने महाविकास आघाडी कार्यकर्ताओं से कहा कि आप महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन के दूत बनें। ठाकरे ने एमवीए कार्यकर्ताओं से निजी स्वार्थ से ऊपर उठने और महाराष्ट्र के गौरव और हित की रक्षा के लिए लड़ने को कहा।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अपने संबोधन में देश में धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता की वकालत किए जाने पर ठाकरे ने सवाल किया कि क्या उन्होंने हिंदुत्व छोड़ दिया है? उन्होंने वक्फ (संशोधन) विधेयक को लेकर भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा और पूछा कि जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पूर्ण बहुमत में थी तो इसे पारित क्यों नहीं किया गया।