सुरेशचंद्र राजहंस, कालू कर्मण भाई बुधेलिया और हरेश्वर भंडारी
मुंबई: उत्तर मुंबई का चारकोप विधानसभा क्षेत्र पिछले लगभग डेढ़ दशक से बीजेपी का गढ़ बन गया है। इस क्षेत्र से बीजेपी के विधायक योगेश सागर 2009, 2014 और 2019 विधानसभा चुनावों में लगभग एक लाख वोट से चुनाव जीतते रहे हैं। 2024 लोकसभा चुनाव में भी इस क्षेत्र में बीजेपी का दबदबा देखने को मिला। हालांकि इस चुनाव में मुंबई और महाराष्ट्र में महाविकास आघाडी को उल्लेखनीय सफलता मिलने से कांग्रेस में उत्साह का माहौल है।
2019 विधानसभा चुनाव की तुलना में 2024 लोकसभा चुनाव में चारकोप में भी कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है। इससे कांग्रेस में इच्छुकों की संख्या बढ़ गई है लेकिन बीजेपी से लड़ने की की बजाय कांग्रेस के नेता व पदाधिकारी आपस में ही लड़ते नजर आ रहे हैं।
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चारकोप विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी को टक्कर देने की तैयारी के दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में गुजराती उम्मीदवार बनाम मराठी उम्मीदवार को लेकर मतभेद नजर आ रहे हैं। चारकोप विधानसभा क्षेत्र से इस बार कांग्रेस में तीन इच्छुकों ने टिकट की मांग की है। इनमें कांग्रेस जिला अध्यक्ष एवं इस विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2019 में हारने वाले उम्मीदवार कालू कर्मण भाई बुधेलिया, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता और मुंबई कांग्रेस स्लम सेल के मुंबई अध्यक्ष सुरेशचंद्र राजहंस और पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष बने प्रदीप कोठारी शामिल हैं।
कांग्रेस पार्टी में चारकोप विधानसभा क्षेत्र में इस बार गुजराती विरोधी लहर देखने को मिल रही है। पार्टी के पदाधिकारियों का कहना है कि गुजराती लोगों की बहुलता होने के कारण पार्टी ने लगातार पिछले तीन विधानसभा चुनावों में इस क्षेत्र में गुजराती उम्मीदवार को टिकट दिया लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रभाव के कारण कांग्रेस के गुजराती उम्मीदवार को यहां वोट नहीं मिला और शिवसेना के कारण मराठी लोगों के वोट भी बीजेपी को ही मिलते रहे हैं।
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इसी वजह से 2019 में बीजेपी के उम्मीदवार और तत्कालीन विधायक योगेश सागर के खिलाफ कांग्रेस के कालू बुधेलिया हार गए थे। ऐसे में बुधेलिया को कांग्रेस की मुंबई प्रदेश अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ के करीबी सुरेश राजहंस से कड़ी टक्कर मिलने की बात कही जा रही है।
बताया जा रहा है कि राजहंस ने 2019 में भी पार्टी से टिकट की मांग की थी लेकिन पार्टी ने तब कालू बुधेलिया को मौका दिया था। इस वजह से इस बार सुरेशचंद्र राजहंस को मौका मिल सकता है। हालांकि इस बारे में हमने कालू बुधेलिया का पक्ष जानने के लिए उनसे संपर्क की कोशिश की लेकिन उनकी तरफ से प्रतिसाद नहीं मिला।
ब्लॉक अध्यक्ष हरेश्वर दत्ताराम भंडारी ने कहा कि गुजराती समाज के लोग कांग्रेस के गुजराती उम्मीदवार को भी वोट नहीं देते हैं. ये लगातार तीन बार से हम देख रहे हैं। दूसरी तरफ मराठी लोग भी कांग्रेस के गुजराती उम्मीदवार को वोट नहीं देते। इस वजह से मराठी उम्मीदवार मौका मिलना चाहिए।