मुंबई की सड़कों पर कचरे का ढेर (pic credit; social media)
Maharashtra News: गोरेगांव (पूर्व) के जनरल अरुण कुमार वैद्य मार्ग पर जगह-जगह कचरे के ढेर और गटर का गंदा पानी जमा होने से स्थानीय नागरिकों का जीवन दुश्वार हो गया है। बीएमसी की ओर से नियमित सफाई न होने के कारण क्षेत्र में गंदगी और बदबू फैल रही है। ओबेरॉय मॉल के पास विशाल बिल्डिंग के बाहर कई दिनों से कचरे का ढेर पड़ा है, जिससे आने-जाने वाले राहगीरों का दम घुटने लगा है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि गीले कचरे और गटर ओवरफ्लो की वजह से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। इसके चलते मलेरिया, टाइफाइड और पेचिश जैसी बीमारियों के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। बरसात के दिनों में स्थिति और भी भयावह हो जाती है। थोड़ी सी बारिश के बाद सड़कों पर गंदा पानी बहने लगता है, जिससे पैदल चलना और वाहन चलाना दोनों मुश्किल हो जाता है।
क्षेत्र के लोगों ने बताया कि बीएमसी पी- दक्षिण विभाग में कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन कार्रवाई नाममात्र ही होती है। सफाई कर्मचारी दो-तीन दिन के लिए आते हैं और उसके बाद हालात जस के तस बने रहते हैं।
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गणेश उत्सव और मूर्ति विसर्जन के समय तो स्थिति और खराब हो जाती है। अरुण कुमार वैद्य मार्ग से संतोष नगर, गोकुल धाम, म्हाडा और नागरिक निवारा जैसे इलाकों में जाने वाले बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को कचरे के ढेर और गटर के गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है।
स्थानीय नागरिक फैन्नी रोड्रिग्स का कहना है कि ऑबेरॉय मॉल के आसपास सबसे ज्यादा गंदगी रहती है और बारिश के दिनों में यहां हालात और विकट हो जाते हैं। सचिन गायकवाड का कहना है कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद जनप्रतिनिधि और अधिकारी इस मुद्दे पर गंभीरता नहीं दिखाते। वहीं आसिफ पाशा ने बताया कि बीएमसी के घनकचरा विभाग से कई बार संपर्क किया गया, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
नागरिकों का कहना है कि यदि बीएमसी ने जल्द ही कार्रवाई नहीं की, तो वे आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे। फिलहाल लोग साफ-सफाई और जलनिकासी की उचित व्यवस्था की मांग कर रहे हैं।