सांसद संजय राउत (File Photo)
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में 246 नगर परिषदों और 42 नगर पंचायतों के चुनाव का ऐलान कर दिया गया है। इसके लिए 2 दिसंबर को वोटिंग व 3 दिसंबर को परिणाम घोषित होंगे। लेकिन इस अहम चुनाव से पहले उद्धव बालासाहेब ठाकरे (यूबीटी) के बेबाक प्रवक्ता संजय राऊत के अस्वस्थ हो जाने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है।
राऊत को उद्धव का राईट हैंड माना जाता है। वे अपनी पार्टी अध्यक्ष के हनुमान के रूप में जाने जाते हैं। जिन्होंने हर मौके पर उद्धव का साथ दिया है। राऊत को एक मामले में जेल भी जाना पड़ा, लेकिन उन्होंने सत्ताधारी दलों के सामने झुकने से इनकार कर दिया।
उद्धव के साथ हर अहम मौके पर साये की तरह चलने वाले राऊत बुधवार को मराठवाड़ा के दौरे पर नहीं जा सके। अपने खराब स्वास्थ्य की वजह से उन्होंने दो महीने का ब्रेक लिया। उम्मीद की जा रही है कि मुंबई में होने वाले बीएमसी चुनाव से पहले राऊत एक बार फिर स्वस्थ होकर लौटेंगे।
पार्टी ने राऊत की गैरहाजिरी में सांसद अनिल देसाई, विधायक शिवसेना उद्धव बाळासाहेब अनिल परब, पार्टी नेता चंद्रकांत खैरे, अंबादास दानवे और सुषमा अंधारे को मोर्चा संभालने की अहम जिम्मेदारी दी है। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर जिला प्रमुखों, विभाग प्रमुखों व शाखा प्रमुखों पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। एमएलसी मिलिंद नार्वेकर पर पार्टी गतिविधियों को आगे बढ़ाने का जिम्मा दिया गया है। इन तमाम नेताओं में सुषमा अंधारे पार्टी के के मुखर आवाज के ठाकरे तौर बड़ी भूमिका निभा सकती है।
सांसद संजय राऊत ने सोशल मीडिया पर अपने स्वास्थ्य की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है कि उनकी संहत में कुछ गंभीर समस्याएं आ गई हैं और उनका इलाज चल रहा है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश दिया है कि जय महाराष्ट्र। आपने हमेशा मुझ पर विश्वास किया है और मुझे प्यार दिया है। मैं जल्द ही ठीक हो जाऊंगा। डॉक्टर ने उन्हें फिलहाल बाहर जाने और भीड-भाड़ में जाने से बचने की सलाह दी गई है। इससे बचना संभव नहीं है, लेकिन नए साल में मैं आपसे फिर मिलूंगा। आपका प्यार और आशीर्वाद मुझ पर बना रहे।
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