नवाब मलिक व अजित पवार (सोर्स: सोशल मीडिया)
Mumbai News In Hindi: महायुति में डिप्टी सीएम अजीत पवार गुट के पूर्व मंत्री नवाब मलिक को लेकर बीजेपी का रवैया नरम हो गया है। मलिक के मुद्दे पर बीजेपी ने मुंबई की बीएमसी चुनाव में अजीत पवार की पार्टी से गठबंधन नहीं करने का ऐलान किया है।
इसके बाद से दोनों दलों के बीच खटास पैदा हो गई है। हालांकि अब डैमेज कंट्रोल करते हुए सीएम देवेन्द्र फडणवीस ने अजीत को एक पत्र लिख कर इस बारे में स्थिति साफ़ की है। कैबिनेट मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा है।
नवाब मलिक को लेकर बीजेपी का कोई व्यक्तिगत आक्षेप नहीं हैं। अजीत गुट के पूर्व मंत्री पर देश के साथ गद्दारी करने वालों के साथ सम्बन्ध रखने के आरोप है। इस आरोप में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था। बावनकुले ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि जिस दिन नवाब सारे आरोप से बरी हो जाएंगे। उन्हें महायुति में लेने में कोई आपत्ति नहीं है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अजीत पवार एक सुलझे हुए नेता हैं और वे इन सारी बातों को अच्छे से समझेंगे।
इससे पहले बीजेपी के कैबिनेट मंत्री आशीष शेलार ने हाल ही में ऐलान किया था कि जहां नवाब मलिक होंगे वहां गठबंधन नहीं हो सकता है। यानी उन्होंने साफ तौर से मुंबई के बीएमसी चुनाव में अजीत पवार की राकां के साथ गठबंधन से इनकार कर दिया है। लेकिन अब अंदर से खिचड़ी पकनी शुरू हो गई है।
नवाब मलिक पर अंडरवर्लड डॉन दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के साथ मिलकर कुलों में करोड़ों की जमीन कम दाम पर खरीदने और कब्जाने का आरोप है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉड्रिग की अलग-अलग धाराओं के तहत मलिक के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस वजह से बीजेपी मलिक से किनारा कर रही है।
मिली जानकारी के मुताचिक्क शुक्रवार की रात अजीत गुट के नेता सुनील तटकरे ने सीएम फडणवीस से मुलाकात की थी। जिसमें बीएमसी चुनाव पर चर्चा हुई। इसके बाद सीएम ने शेलार को इस बारे में आगे की बातचीत का जिम्मा दिया है।
शनिवार को मुंबई में बीएमसी चुनाव के लिए भाजपा प्रभारी आशीष शेलार ने सुनील तटकरे से मुलाकात की है। इसके बाद बीएमसी चुनाव में राकां को भी साथ लेकर चलने के कयास बढ़ गए हैं। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी नवाब मलिक के मुद्दे को दरकिनार कर मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर अजीत की पार्टी के साथ अन्दरूनी समझौता कर सकती है। ताकि महायुति में बढ़ रही खटास व अजीत की नाराजगी को दूर किया जा सके, साथ ही वोटों के बंटवारे को रोका जा सके।
बीजेपी के कड़े रुख को देखते हुए अजीत पवार गुट के सीनियर नेता प्रफुल पटेल व प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे ने हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से गुहार लगाते हुए महानगरपालिका चुनाव में राकां को भी साथ लेने की मिन्नत की थी। सूत्रों के मुताबिक इसके बाद शाह ने मुंबई व महाराष्ट्र बीजेपी नेताओं को इस बारे में फिर से विचार करने के निर्देश दिए हैं।
बीजेपी ने एक बार फिर अजीत पवार की पार्टी की तरफ रुख ऐसे समय में किया है, जब मुंबई में सीटों के बंटवारे को लेकर डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना के साथ उनकी खींचतान चल रही है। जानकारों का कहना है कि बीजेपी ने अजीत के प्रति नरम रवैया अपना कर शिंदे पर दवाब बढ़ा दिया है।
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ऐसी रिपोर्ट है कि शिंदे गुट मुबई में बीएमसी की 227 सीटों में से 100 से ज्यादा सीट देने की मांग कर रही है। जिसे भाजपा ने खारिज कर दिया है। ऐसे में अजीत की दोबारा एंट्री से मुंबई में महत्यत्ति के बीच अंदर का समीकरण रोचक हो गया है,