आहार महाराष्ट्र में बंद (सौजन्य-नवभारत)
Maharashtra bars, permit rooms declare bandh: कामकाजी भागदौड़ की मजबूरी तथा चटक-मटक खानों के शौक के कारण होटलों पर निर्भर रहनेवाले लोगों को सोमवार को मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि राज्य के होटल और रेस्टोरेंट मालिकों और संचालकों ने सोमवार (14 जुलाई) को महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया है। इंडियन होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन (आहार) ने कहा है कि राज्य सरकार की व्यापार विरोधी नीति के विरोध में राज्य के 20,000 से ज़्यादा होटल बंद रहेंगे।
आहार ने महाराष्ट्र में लाइसेंस प्राप्त होटल और रेस्टोरेंट (आतिथ्य) उद्योग पर राज्य सरकार की कर वृद्धि को अन्यायपूर्ण करार देते हुए 14 जुलाई को बंद का आह्वान किया है। ‘आहार एसोसिएशन’ के अध्यक्ष सुधाकर शेट्टी ने कहा कि इस कर वृद्धि के कारण 1.5 लाख करोड़ के कारोबार वाले इस उद्योग के लिए बंद होने का समय आ गया है।
महाराष्ट्र बंद के संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट की गई अपनी पोस्ट में आहार की ओर से सोमवार 14 जुलाई 2025 को महाराष्ट्र में परमिट रूम और बार बंद करने की घोषणा की गई है। पोस्ट में सरकारी के नए टैक्सों को होटल उद्योग के लिए सुनामी के समान बड़ा झटका करार दिया गया है। दावा किया गया है कि शराब पर वैट दोगुना हो गया है। लाइसेंस शुल्क में 15 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। आबकारी शुल्क में 60 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
मुंबई जैसे बड़े शहरों में कई घरों में पति-पत्नी दोनों नौकरी करते हैं। तो कई कामकाजी लोग भाग दौड़ की व्यस्तता के कारण प्रतिदिन होटल या रेस्टोरेंट में खाना खाते हैं। या फिर ऑनलाइन खाना मंगाना उनकी मजबूरी होती है। ऐसे लोगों पर होटल कारोबारियों की हड़ताल के कारण भूखे रहने की नौबत आ सकती है। ऐसे लोगों से घर से अपना खाना लेकर चलने का सुझाव जानकारों की ओर से दिया गया है।
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आहार संगठन से जुड़े होटल व्यवसायियों के एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर जाने की घोषणा के बाद राज्य आबकारी कार्यालय के आयुक्त ने कहा कि इस संबंध में संघ के अध्यक्ष सुधाकर शेट्टी से फोन पर अनुरोध किया गया है कि वे कानूनी माध्यमों से अपनी समस्याओं को निर्धारित प्राधिकारी के समक्ष उठाएं और एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर न जाने की अपील की है।