नांदेड़ में ओबीसी समाज के नेता लक्ष्मण हाके की कार पर हमला (प्रतिकात्मक तस्वीर)
महाराष्ट्र के नांदेड़ में ओबीसी समुदाय के नेता लक्ष्मण हाके की कार पर हमला होने की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि नांदेड़ के कंधार तालुका के बचोटी में यह हमला हुआ। इस घटना के बाद ओबीसी समुदाय और मराठा समुदाय के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। दो गुटों के बीच आमना-सामना होने से इलाके में कुछ देर के लिए तनाव बढ़ गया। लोहा कंधार निर्वाचन क्षेत्र के स्वतंत्र उम्मीदवार चंद्रशेखर पाटिल के प्रचार के लिए लक्ष्मण हाके की बैठक आयोजित की गई थी। इस दौरान दो गुटों के आमने-सामने आ जाने से अफरा-तफरी मच गई। इसी के बीच कुछ लोगों ने लक्ष्मण की कार पर हमला कर दिया।
इस हमले के बारे में बात करते हुए लक्ष्मण हाके ने कहा कि हम लोहा कंधार क्षेत्र में प्रचार करने आए थे। मेरे साथ लोहा कंधार के प्रत्याशी भी मौजूद थे। हम प्रचार के लिए पास के एक गांव में बैठक करने जा रहे थे। हमारी गाड़ियां बचोटी से गुजर रही थीं। तभी 100 से 150 सफेद रुमाल बांधे युवकों ने कार पर लाठियों से हमला कर दिया। यह बहुत ही कायरतापूर्ण हमला था। इन युवकों ने कार के बोनट पर चढ़कर नारेबाजी की। इस नारेबाजी के दौरान जारांगे पाटिल के नाम की घोषणा करने का दावा उन्होंने किया है।
उन्होंने आगे बताया कि इस हमले में मेरी कार के शीशे तोड़े गए। उन्होंने कायरतापूर्ण मुंह पर कपड़ा बांधकर हम पर हमला किया। दरअसल, उन्होंने सामने आकर हमला करना चाहिए था। हम इसी महाराष्ट्र के नागरिक हैं ना? क्या हमें ओबीसी समुदाय की वकालत करने का हक नहीं है? ओबीसी समुदाय के लोगों का चुनाव में खड़ा होना उन्हें पसंद नहीं है। अगर हमला करने वाले कायरों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो हम पुलिस स्टेशन के सामने मार्च निकालने की चेतावनी दी गई है। इस हमले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। घटना के बाद पुलिस द्वारा मामला दर्ज किए जाने की जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। हमले के बाद कुछ देर के लिए इलाके में तनाव का माहौल हो गया था।
लक्ष्मण हाके लोहा विधानसभा क्षेत्र से जनहित पार्टी के उम्मीदवार चंद्रसेन पाटिल के लिए प्रचार करने आए थे। इस दौरान प्रचार सभा से लौटते वक्त बचोती में यह घटना घटी। वहां करीब 100 से 150 युवाओं की भीड़ मौजूद थी। कार को रोकने के बाद वे पहले कार के बोनट पर चढ़ गए और फिर कार के पीछे के शीशे तोड़ने लगे। हमलावरों के हाथों में काले झंडे थे। लक्ष्मण हाके ने दावा किया है कि हमलावर ‘एक मराठा, एक लाख मराठा’ और मनोज जारांगे के नाम की घोषणा कर रहे थे। इसके जवाब में ओबीसी आंदोलनकारी भी आक्रामक हो गए। उन्होंने भी नारेबाजी की। इस दौरान दोनों गुटों के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। ओबीसी कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। जिसके बाद पुलिस द्वारा हस्तक्षेप कर विवाद सुलझाने की जानकारी दी जा रही है।