भुजबल को मंत्री पद देने से धनंजय मुंडे का मूड ऑफ! अजीत पवार ने फडणवीस की ली मदद, ऐसे बनी फिर बात
सीएम देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम अजित पवार धनंजय मुंडे की नाराजगी दूर करने के प्रयास में हैं। फिलहाल मुंडे को बैठाकर सरकार की मजबूरियों के बारे में समझाया जा रहा है।
मुंबई: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार 2.0 के गठन के दौरान मंत्री पद से वंचित रहे वरिष्ठ नेता छगन भुजबल को करीब 6 महीने बाद अचानक मंत्री पद दिए जाने से महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है। बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट) और राकां (अजीत पवार) के गठबंधन वाली महायुति सरकार 2.0 में भुजबल को मंत्री पद दिए जाने से पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे का मूड ऑफ हो गया है।
धनंजय मुंडे को समझाने के लिए उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मदद लेनी पड़ी। बताया जा रहा है कि फडणवीस ने फिलहाल मुंडे को बैठाकर सरकार की मजबूरियों और उनके खिलाफ चल रहे माहौल का गणित समझा दिया है।
उप मुख्यमंत्री अजीत पवार की राकां के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने मंगलवार को मंत्री पद की शपथ ली थी। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि भुजबल को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय का जिम्मा दिया जाएगा। लेकिन भुजबल के मंत्री बनने से अजीत पवार की राकां के ही पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे नाराज हो गए हैं। क्योंकि इससे पहले खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय की जिम्मेदारी धनंजय मुंडे के ही पास थी। लेकिन बीड जिले के मस्साजोग कांग के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के भड़के आक्रोश की वजह से धनंजय को मंत्री पद छोड़ना पड़ा था। हालांकि धनंजय जल्द ही फिर से मंत्री बनने का सपना देख रहे थे लेकिन भुजबल के मंत्री बनने से धनंजय की राह मुश्किल हो गई है।
बीजेपी के दबाव में भुजबल को मंत्री पद
सूत्रों का कहना है कि अजीत, भुजबल को मंत्री नहीं बनाना चाहते थे। लेकिन फिर से मंत्री बनने का सपना देख रहे धनंजय को रोकने के लिए बीजेपी ने दबाव बनाकर भुजबल को मंत्री बनवाया है। इसलिए भुजबल को मंत्री पद दिए जाने की खबर राकां की बजाय बीजेपी की ओर पत्रकारों को दी गई। भुजबल को दबाव में मंत्री बनाए जाने के बाद डीसीएम अजीत ने नाराज धनंजय को समझाने का जिम्मा भी सीएम फडणवीस पर डाल दिया। बताया जा रहा है कि फडणवीस ने इस बार धनंजय को वही सलाह दी, जो उन्होंने 6 महीने पहले मंत्री पद नहीं मिलने से नाराज भुजबल को दी थी। यानी की शांत रहकर संयम के साथ माहौल बदलने का इतजार करने को कहा।
निकाय चुनाव भी हैं बड़ी वजह
गौरतलब हो कि अगले 3 से 4 महीनों में संभावित निकाय चुनाव भी भुजबल की फडणवीस कैबिनेट में वापसी की बड़ी वजह बना। नासिक व आसपास के क्षेत्र में भुजबल के प्रभाव को महायुति के पक्ष में भुनाने के मकसद से बीजेपी ने अजीत पर दबाव बनाया था। तो वहीं इससे धनंजय के फिर से मंत्री बनने की संभावनाएं फिलहाल खत्म हो गई हैं. इससे बीड जिले में भड़के आक्रोश को शांत करने में बीजेपी को मदद मिलेगी.
Maharashtra nikay chunav dhananjay munde angry over giving minister post to bhujbal from bjp mumbai