रामदास कदम और देवेंद्र फडणवीस (फोटो: फेस)
मुंबई. शिवसेना नेता रामदास कदम ने मुंबई-गोवा राजमार्ग की खराब स्थिति को लेकर सोमवार को भाजपा नेता और महाराष्ट्र के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के मंत्री रविंद्र चव्हाण निशाना साधा। उन्होंने चव्हाण को ‘बेकार मंत्री’ करार दिया, जिसको लेकर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस कदम पर भड़क गए। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कदम की टिप्पणियां महायुति गठबंधन के सिद्धांतों के अनुरूप है?
ठाणे में पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मंत्री रामदास कदम ने महाराष्ट्र के तटीय जिलों से गुजरने वाले मुंबई-गोवा राजमार्ग पर अधूरे काम को लेकर चव्हाण पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “14 साल के इंतजार के बाद तो भगवान राम का भी वनवास खत्म हो गया था, लेकिन मुंबई-गोवा राजमार्ग पर समस्याएं जस की तस हैं। हम आज भी अच्छी सड़कों से वंचित हैं। राज्य के पीडब्ल्यूडी मंत्री रविंद्र चव्हाण पूरी तरह से बेकार जान पड़ते हैं। गठबंधन में होने के बावजूद मेरा खुले तौर पर मानना है कि देवेंद्र फडणवीस को चव्हाण से इस्तीफा मांगना चाहिए।”
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उन्होंने मंत्री की समीक्षा बैठकों और दौरों के उद्देश्य पर भी सवाल उठाया, जब सड़कों की हालत में अब भी सुधार नहीं हुआ है। शिवसेना नेता की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए फडणवीस ने कहा, “सार्वजनिक रूप से ऐसी टिप्पणी करते समय रामदास कदम किस गठबंधन सिद्धांत का पालन कर रहे हैं। वह हमारे साथ आंतरिक रूप से अपनी चिंताओं को उठा सकते थे। फिर भी, मैं उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों पर गौर करूंगा।”
गौरतलब है कि पिछले 17 वर्षों से मुंबई-गोवा कोकण महामार्ग का काम अधूरा पड़ा हुआ है। जिसके कारण इस मार्ग पर लगातार दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही है। साथ ही लोगों की जान का ख़तरा भी बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर जन आक्रोश समिति ने 15 अगस्त से माणगांव में आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
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समिति के सचिव रुपेश दर्गे ने कहा कि महामार्ग पर अब तक 10 हजार से अधिक एक्सीडेंट हो चुके है, जिसमें से करीबन 3500 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गवां दी है। लेकिन सरकारी आकड़ों के अनुसार, सिर्फ 1800 लोगों की ही मौत हुई है। इस महामार्ग का निर्माण कार्य वर्षों से अधूरा है, बल्कि रखरखाव की कमी के कारण यह मार्ग दुर्घटनाओं का भी केंद्र बन चुका है। 17 वर्षों से इस परियोजना का पूर्ण न हो पाना, सरकार की नाकामी का प्रतीक है। (एजेंसी इनपुट के साथ)