भंडारा में अतिक्रमण पर चला बुलडोजर
भंडारा: नगर परिषद ने भंडारा शहर में अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया के पहले दिन बुधवार को सड़कों और नालियों पर बने अवैध निर्माणों को हटाने का अभियान शुरू किया। सुबह 10 बजे नगर परिषद, शहर पुलिस और ट्रैफिक पुलिस की संयुक्त टीम ने सार्वजनिक सड़कों और नालियों पर बने अवैध निर्माणों को हटाने की कार्रवाई शुरू की। परिषद की अपील पर कई लोगों ने अपने अतिक्रमण स्वेच्छा से हटा लिए।
दरअसल, अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की सूचना दो दिन पहले ही नगर परिषद ने लाउडस्पीकर के माध्यम से मुनादी करवा दी थी। मुख्य अधिकारी करण कुमार चौहान के निर्देश पर यह अभियान व्यवस्थित ढंग से चलाया गया। अभियान का नेतृत्व सहायक नगर रचनाकार मुकेश कापसे, पवन कनोजे, संकेत कोचे, सिविल इंजीनियर धनश्री वंजारी, इलेक्ट्रिक इंजीनियर मोनिका वानखेड़े, आरोग्य निरीक्षक मुकेश शेंदरे, प्रशांत मेश्राम और मिथुन मेश्राम सहित 20-25 लोगों की टीम ने किया।
पहले दिन अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शांतिपूर्ण रही। गांधी चौक से शुरू होकर संविधान चौक, पोस्ट ऑफिस चौक, बस स्टेशन और त्रिमूर्ति चौक तक अभियान चलाया गया। पूरे अभियान की फोटो और वीडियो रिकॉर्डिंग की गई। पोस्ट ऑफिस चौक पर हल्की बहस के अलावा कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई, जिससे प्रशासन की मुहिम को बल मिला।
गुरुवार को गांधी चौक से शुरू होकर महाल रोड, अन्नाभाऊ साठे चौक और मुस्लिम लाइब्रेरी चौक तक अतिक्रमण हटाने की योजना बनाई गई है। नप के अनुसार यह अभियान पूरे सप्ताह चलने वाला है। प्रशासन ने जनता से सहयोग की अपील की है ताकि शहर को अतिक्रमणमुक्त बनाया जा सके।
नगर परिषद ने शहर को अतिक्रमणमुक्त करने की दिशा में कदम उठाते हुए इस मुहिम को गति दी है। हालांकि फुटपाथ विक्रेताओं और स्थानीय निवासियों की नाराजगी भी सामने आई है। प्रशासन को संतुलित और निष्पक्ष कार्रवाई कर जनता का विश्वास बनाए रखना होगा।
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बस स्टेशन क्षेत्र में पहुंचते ही फुटपाथ दुकानदारों के प्रतिनिधि फूटपाथ सेवाभावी कल्याणकारी संघ के अध्यक्ष मिर्जा अख्तर बेग ने प्रक्रिया पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि रसूखदारों द्वारा किए गए पक्के अतिक्रमणों को नजरअंदाज कर फुटपाथ विक्रेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने नगर परिषद से मांग की कि जब तक हॉकर ज़ोन की सुविधा उपलब्ध नहीं होती, फुटपाथ दुकानदारों को परेशान न किया जाए।