वाल्मिक कराड (सौजन्य-सोशल मीडिया)
छत्रपति संभाजीनगर: महाराष्ट्र में सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड के मुख्य आरोपी वाल्मिक कराड ने बीड की एक अदालत में एक आवेदन दायर कर खुद को आरोपमुक्त करने का आग्रह किया है। उसने दावा किया है कि उसके खिलाफ कोई प्राथमिक सबूत नहीं है। अदालत ने मामले की जांच कर रहे राज्य सीआईडी से आवेदन पर जवाब मांगा है। सीआईडी ही मामले की जांच कर रही है।
किसी मामले में आरोप पत्र दाखिल होने के बाद आरोपी को तब आरोप मुक्त किया जा सकता है, जब अदालत की राय हो कि उसके खिलाफ प्रथम दृष्टया अपराध नहीं बनता है। फिर आरोपी को मुकदमे का सामने करने की जरूरत नहीं होती है। संतोष देशमुख हत्याकांड के जोर पकड़ने पर वाल्मिक कराड ने आत्मसमर्पण कर दिया था।
विशेष सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने कहा कि आरोपी वाल्मिक कराड ने पहले कुछ कागजात मांगे थे। हमने आज अदालत के समक्ष वे कागजात पेश किए हैं। आरोपी वाल्मिक ने मामले से खुद को आरोप मुक्त करने के लिए एक आवेदन दायर किया है, जिसमें दावा किया गया है कि उसके खिलाफ कोई प्राथमिक सबूत नहीं है। अदालत ने सीआईडी से जवाब मांगा है, जो 24 अप्रैल को अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।
निकम ने कहा कि संतोष देशमुख की पिटाई का एक वीडियो भी गुरुवार को अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसे सीआईडी के अनुसार आरोपियों ने ही बनाया था। लेकिन हमने अदालत से अनुरोध किया है कि वीडियो को सार्वजनिक नहीं किया जाए क्योंकि इससे कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है। अभियोजन पक्ष ने कराड की चल और अचल संपत्तियों को जब्त करने के लिए अदालत में एक आवेदन दायर किया है, जिस पर बाद में सुनवाई होगी। सीआईडीइस मामले में अन्य आरोपियों की संपत्तियों की भी जांच कर रही है।
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महाराष्ट्र के बीड जिले के मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख को पिछले साल 9 दिसंबर को एक ऊर्जा कंपनी को निशाना बनाकर की जा रही जबरन वसूली की कोशिश को रोकने का प्रयास करने पर कथित तौर पर अगवा कर लिया गया था और उन्हें प्रताड़ित कर मार डाला गया था। इस संबंध में अब तक वाल्मिक कराड सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उन पर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत मामला दर्ज किया गया है। सीआईडी ने पिछले महीने देशमुख की हत्या और दो संबंधित मामलों में बीड की एक अदालत में 1,200 पृष्ठों से अधिक का आरोपपत्र दायर किया था।