सद्भावना रैली में हर्षवर्धन सपकाल (सौजन्य-एक्स)
बीड: महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल की अगुवाई में पार्टी ने बीड में दो दिवसीय बड़े 51 किलोमीटर दूरी के बड़े मार्च का आयोजन किया। इसकी शुरुआत शनिवार को मस्साजोग गांव के दिवंगत सरपंच संतोष देशमुख की कर्मभूमि से हुई। बीड जिले में आज इस मोर्चे का दूसरा दिन है। इस मौके पर महाराष्ट्र अध्यक्ष कांग्रेस हर्षवर्धन सपकाल संतोष देशमुख के परिवार के साथ खड़े है।
सपकाल ने कहा कि हम देशमुख परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं, उन्होंने इस हत्याकांड के अपराधियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की है। इस पदयात्रा में पूर्व न्यायमूर्ति बी. जी. कोलसे पाटिल व अर्थशास्त्री प्रो. एम. एस. देसरडा समेत कई प्रतिष्ठित लोग भाग ले रहे हैं। सपकाल ने कहा कि मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या ने पूरे महाराष्ट्र को हिलाकर रख दिया है।
उन्होंने आगे कहा समाज को इस बात पर गंभीरता से विचार करना होगा कि यह हत्या किस क्रूरता और अमानवीयता के साथ की गई। महाराष्ट्र को शिव, शाहू, फुले, आंबेडकर, गाडगे बाबा और तुकडोजी महाराज जैसे महान संतों संतों की परंपरा विरासत में मिली है लेकिन आज महाराष्ट्र में इस परंपरा की धज्जियां उड़ाई जा रही है।
LIVE सद्भावना यात्रा | काँग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाळ https://t.co/3u2HJ9eq6i — Maharashtra Congress (@INCMaharashtra) March 9, 2025
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बीड के सरपंच संतोष देशमुख की जघन्य हत्या एक खास प्रवृत्ति के कारण हुई है। यह लड़ाई सिर्फ देशमुख परिवार की नहीं, बल्कि हम सभी की है। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो, क्रूरता का उन्मूलन हो तथा लोगों में सद्भाव बढ़े, इस संकल्प के साथ यह सद्भावना पदयात्रा आयोजित की गई है।
‘जातिगत भेदभाव मिटाएं और मानवता की रक्षा करें जैसे नारे के साथ कांग्रेस पार्टी की मस्साजोग से बीड सद्भावना यात्रा का नेतृत्व सपकाल ने किया। इस यात्रा में हिमाचल प्रभारी रजनीताई पाटिल, पूर्व मंत्री अशोक पाटिल, नांदेड़ के सांसद रवींद्र चव्हाण, प्रदेश उपाध्यक्ष मोहन जोशी, गणेश पाटिल, मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे समेत कई नेता व पदाधिकारी भाग ले रहे हैं। संतोष देशमुख के बच्चों और भाई धनंजय देशमुख ने इसमें भाग लिया और करीब डेढ़ किलोमीटर तक पैदल चले। भारी भीड़ के कारण प्रदेश अध्यक्ष सपकाल और कांग्रेस जिला अध्यक्ष राहुल सोनवणे ने दोनों बच्चों को अपने कंधों पर उठाकर एक किलोमीटर की दूरी तय की।
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यह पदयात्रा शनिवार को मस्साजोग से शुरू होकर उत्तरेश्वर, पिंपरी फाटा, पिंपलगांव फाटा, सांगवी, सारणी, रेणु पेट्रोल पंप, बाराड, नंदुर फाटा, येलंबघाट, चकरवाड़ी फाटा से नेकनूर पहुंची। नेकनूर में रात्रि विश्राम के बाद यह पदयात्रा रविवार 9 मार्च को शुरू हो चुकी है और बीड शहर में सद्भावना रैली के साथ संपन्न होगी।