
दिव्यांग को पीटते हुए (सोर्स: सोशल मीडिया)
Chhatrapati Sambhajinagar Viral Video: महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले के मांडकी गांव से एक अत्यंत संवेदनशील और हृदय विदारक मामला सामने आया है। यहां के चैतन्य कानिफनाथ निवासी मतिमंद विद्यालय में मानसिक रूप से अक्षम नाबालिग बच्चों के साथ क्रूरता की गई है।
इस अमानवीय घटना के उजागर होने के बाद इलाके में खलबली मच गई है। बच्चों के साथ दुर्व्यवहार और बेदम मारपीट का यह चौंकाने वाला कृत्य वायरल वीडियो और सीसीटीवी फुटेज के कारण सामने आया है। फुटेज में साफ देखा गया है कि इन मासूमों को पीटने से पहले उनके हाथ-पैर बांध दिए गए थे।
वीडियो में दिख रहा है कि एक बच्चे के हाथ पीछे बंधे हैं और कॉन्स्टेबल दीपक इंगले उसे लात-घूंसों से पीट रहा है। बच्चा चीख रहा है, लेकिन कोई उसकी भाषा नहीं समझ पा रहा है। यह देखकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं।
छत्रपती संभाजीनगरमध्ये (मांडकी) गतीमंद मुलाला शाळेत हातपाय बांधून बेदम मारहाण करण्यात आली. लोखंडी तव्याने त्याला मारहाण केली जात होती आणि तो चिमुकला किंचाळत होता. सीसीटीव्ही फुटेजमुळे उघडकीस आलेल्या घटनेने खळबळ उडाली आहे. #chhatrapatisambhajinagar #MaharashtraNews #CrimeNews pic.twitter.com/v0SRhqc4wZ — Simran G. (@noonecanbeat142) November 3, 2025
इतना ही नहीं, सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि स्कूल का केयरटेकर प्रदीप देहाड़े भी बच्चों की छाती पर पैर रखकर उन्हें पीट रहा है। यह फुटेज पुलिस को सौंप दी गई है। आरोप है कि दूसरे बच्चे भी इसी तरह की यातनाओं का सामना कर रहे हैं।
यह घटना विशेष रूप से दुखद है क्योंकि मतिमंद बच्चों को देखभाल और सहारे की सबसे अधिक जरूरत होती है, लेकिन यहां उन्हें हिंसा का शिकार बनाया गया।
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इस घटना के बाद, मांडकी गांव के निवासियों में भारी गुस्सा की लहर दौड़ गई है। गांव वालों ने इस क्रूरता को अंजाम देने वाले दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
विद्यालय में कर्मचारी द्वारा बच्चे को बेरहमी से पीटे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद राज्य के दिव्यांग कल्याण मंत्री अतुल सावे ने सोमवार को मामले की जांच और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने कहा है।
मंत्री अतुल सावे ने कहा कि मैंने अपने विभाग के सचिव और आयुक्त से मामले की जांच करने और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। यदि आवश्यक हुआ तो हम आपराधिक मामला दर्ज करेंगे और संस्था को दी गई अनुमति रद्द कर देंगे।
स्कूल चलाने वाले व्यक्ति के भाजपा कार्यकर्ता होने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा, “हम इसमें शामिल लोगों को नहीं छोड़ेंगे, चाहे वे किसी भी पार्टी से हों। ‘एक्स’ पर साझा किए गए वीडियो से व्यापक आक्रोश फैल गया है।






