ट्रांसपोर्टेशन (सौ. सोशल मीडिया )
Amravati News In Hindi: दिवाली के उत्साह में घर लौटने वालों की भीड़ बढ़ने के साथ-साथ यात्रा की कीमतें भी आसमान छू रही हैं। शहर में हजारों छात्र और कर्मचारी अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए उत्सुक हैं, वहीं निजी यात्रा के ‘बढ़ती कीमतों’ से यात्रियों पर भारी असर पड़ा है।
दिवाली की छुट्टियों में अपने गृहनगर पहुंचने के लिए रेलवे और राज्य परिवहन बस सेवाएं भरी होती हैं, इसलिए नागरिक निजी यात्रा का रुख कर रहे हैं। अमरावती-पुणे मार्ग पर यात्रा का किराया तीन गुना बढ़ गया है।
पुणे से सामान्य किराया लगभग 750 से 800 रुपये है, लेकिन वर्तमान में यही किराया बढ़कर 2,200 से 2,500 रुपये हो गया है और कुछ ट्रैवल एजेंसियां 3 हजार रुपये तक वसूल रही हैं। दिवाली को ध्यान में रखते हुए कुछ परिवार तीन महीने पहले ही यात्रा आरक्षण करा लेते हैं। हालांकि, ऐसे लोगों की संख्या केवल 2 से 5 प्रतिशत तक ही सीमित है।
शेष 95 प्रतिशत छात्र और कामकाजी वर्ग के लोग इस भारी मूल्य वृद्धि से प्रभावित होते हैं क्योंकि वे अपनी यात्रा की योजना अंतिम समय में बनाते हैं। पिछले सप्ताह से अमरावती-पुणे यात्रा के किराए में तेजी से वृद्धि हुई है।
इसी अवधि के दौरान अमरावती से मुंबई (बोरीवली) तक ट्रैवल्स वातानुकूलित यात्रा किराया केवल 900 रूपए रहने की जानकारी स्थानीय ट्रैवल्स एजेंसी द्वारा दी गई। इससे नागरिकों में सवाल उठ रहा है कि मुंबई जैसे दूर शहर का किराया कम और पुणे का इतना ज्यादा क्यों है? इसी वजह से मध्यम वर्ग के यात्री परेशान हैं। सरकार इस मूल्य वृद्धि पर नियंत्रण करे, ऐसी मांग नागरिकों ने की है।
वाहन | किराया(पुणे) | शुल्क (Mumbai) |
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निजी बस (Private Bus) | ₹2,500 – ₹3,000 | ₹900 |
रेलवे (Railways) | ₹700 | ₹1,200 |
एसटी बस (State Transport) | ₹1,021 | ₹1,200 |
ट्रैवल्स चालक गजानन उसरेटे ने कहा है कि निःसंदेह इस समय किराया सामान्य दिनों की तुलना में थोड़ा अधिक होता है। लेकिन इसके पीछे कई कारण हैं। दिवाली के मद्देनजर राज्य परिवहन निगम ने अमरावती से 40 अतिरिक्त बसें चलानी शुरू की हैं। इसके अलावा रेलवे ने भी नियमित ट्रेनों के अलावा अतिरिक्त ट्रेनें चलानी शुरू की हैं। 70 लाख रुपये की ट्रैवल चलाना इतना आसान नहीं है। इन सबके अलावा, बीमा, आरटीओ, टोल नाका, ड्राइवर, क्लीनर और कई अन्य खर्चे भी हैं। लगभग 2 लाख रुपये ट्रैवल्स किश्त और उस पर कितना अतिरिक्त खर्च होता है, इसका हिसाब कोई नहीं लगाता।
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अमरावती के यात्री किशोर राठी ने कहा है कि हमारा व्यवसाय ऐसा है कि हमें साल भर यात्रा करनी पड़ती है। पिछले तीन महीनों के ट्रेन टिकट बुक हो चुके हैं। ट्रेनों के अलावा ट्रैवल्स बसें राज्य परिवहन निगम की बसों से ज्यादा सुविधाजनक हैं। पुणे में टिकट की कीमतें देखने के बाद, हम सीधे पुणे जाने के बजाय मुंबई होकर यात्रा करना पसंद करते हैं।