अमरावती में भारी नुकसान (सौजन्य-नवभारत)
Amravati News: दर्यापुर तहसील में भी भारी बारिश होने की जानकारी है। लेकिन अभी तक बारिश से नुकसान के कोई समाचार नहीं है। जिले में शनिवार को 26.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। मध्यप्रदेश में जारी बारिश से जिले के सबसे बड़े अपर वर्धा प्रकल्प में पानी की आवक बढ़ गई है। जिससे 13 में से पांच गेट 20 सेंटीमीटर उठाकर 162 क्यूमेक की रफ्तार से पानी वर्धा नदी में छोड़ा जा रहा है।
शनिवार को तेज हवाओं के साथ हुई मूसलाधार बारिश से कई मुख्य चौक और गलियों में पानी भर गया। राजकमल चौक, इरविन चौक, गाडगेनगर क्षेत्र और बस स्टैंड रोड पर चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बारिश के कारण बिजली आपूर्ति भी कुछ इलाकों में बाधित रही। अचानक हुई इस बारिश से बाजारों में खरीदार और व्यापारी भी परेशान दिखे। वहीं, किसानों के लिए यह बारिश राहत और चिंता दोनों लेकर आई है।
खरीफ की फसलों को नमी जरूर मिलेगी, परंतु ज्यादा पानी से नुकसान की आशंका भी जताई जा रही है। मौसम विभाग ने तीन दिनों में भारी बारिश की संभावना जताई थी। जिसके अनुसार शुक्रवार और शनिवार को अनेक क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। जिससे जनजीवन अस्तव्यस्त दिखाई दिया। आगामी 24 घंटों में जिले में कहीं-कहीं और तेज बारिश की संभावना है।
जिले के सबसे बड़े प्रकल्प अपर वर्धा के पांच गेटों से पानी छोड़ा जा रहा है। एमपी और मोर्शी व वरुड क्षेत्र में जारी बारिश के कारण डैम में पानी की आवक बढ़ रही है। जिससे 13 में से पांच गेट 20 सेंटीमीटर उठाकर 162 क्यूमेक की रफ्तार से वर्धा नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। इसके अलावा शहानुर मध्यम प्रकल्प के 2 गेट सेमी उठाकर 8.33 क्यूमेक की रफ्तार से शहानूर नदी में पानी छोड़ा जा रहा। इसके अलावा चंद्रभागा प्रकल्प के 3 गेट 5 सेमी, पूर्णा प्रकल्प के 2 गेट 20 सेमी, सापन प्रकल्प के 2 गेट 5 सेमी उठाकर पानी नदियों में छोड़ा जा रहा है। जिससे जिले की नदियों में पानी का बहाव दिखाई दे रहा है।
तलेगांव दशासर में पिछले दो दिनों से बरसात की वापसी में अपना उग्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। शनिवार को फिर क्षेत्र में धुआंधार बरसात ने सभी को तरबतर कर दिया। सुबह से ही बादलों के काफिले आसमान पर दौड़ते रहे अंततः 12.30 फिर बरसात ने अपनी जबरदस्त हाजिरी से क्षेत्र को तरबतर कर दिया। बरसात की वापसी की हाज़री से सोयाबीन को काफी नुकसान पहुंचा है। जिससे किसानों की नकद फसल खराब होने की कगार पर है।
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दर्यापुर तहसील बीते दो दिनों से जारी बारिश से किसानों की कपास, अरहर और सोयाबीन की फ़सलों को काफी नुकसान हुआ है। तहसील के अनेक खेतों में जलजमाव की स्थिति दिखाई दे रही है। इलाके के कई गांवों से गुजरने वाले नालों में बाढ़ आ गई है और दो-तीन घंटे से पानी लगातार बह रहा है। पानी ज्यादा होने के कारण किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है।
राज्य सरकार ने मदद की घोषणा की है, लेकिन किसान इस मदद को बहुत कम बता रहे हैं। लगातार बारिश के कारण तहसील के मजदूर कई दिनों से काम न मिलने के कारण भुखमरी का सामना कर रहे हैं। बारिश के कारण खेतों में काम रूक जाता है। जिस वजह से खेत मजदूरी करने वाले नागरिक काम न मिलने से परेशान है।