अमरावती. गाडगे नगर थाना क्षेत्र के राठी नगर निवासी तथा नायब तहसीलदार पद पर कार्यरत प्रशांत अडसुले के घर में विगत 30 जनवरी की दोपहर मराठा सर्वेक्षण के बहाने घर में प्रवेश कर अडसुले की पत्नी पर देशी कट्टा तानकर कंगन तथा अंगूठी व नकद 7 हजार सहित कुल 5 लाख का माल लूटकर फरार होने वाले गिरोह को अपराध शाखा यूनिट 1 की टीम ने गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. साथ ही लूट का सभी माल भी जब्त किया है.
गिरफ्तार आरोपियों में दीपक रमेश इंगोले (40, चपरासीपुरा), उमेश उत्तमराव गवई (35, चांदूर बाजार), विनोद छोटेलाल सोनेकर (36, पांढुर्णा, म.प्र.), महेंद्र विठोबा निस्वाडे (40, वरुड) तथा पंकज रामप्रसाद यादव (34, भानखेडा) है. इसमें से दीपक इंगोले नायब तहसीलदार के यहां निजी वाहन चालक के रूप में पहले काम कर चुका है. उसे घर की पूरी जानकारी थी. इसका फायदा उठाकर उसने साथियों के साथ मिलकर लूटपाट के मामले को अंजाम दिया.
पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने पत्र परिषद में बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वयं घटनास्थल का जायजा लेने के पश्चात कुल 10 अलग अलग टीमों का गठन किया. शहर के सभी पुलिस थानों के डीबी टीमों के अलावा साइबर पुलिस की मदद भी ली गई थी. इस बीच मामले की जांच के दौरान अपराध शाखा यूनिट-1 को गुप्त जानकारी मिली कि इस घटना को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी दीपक रमेश इंगोले यह चपरासीपुरा के रहीपुरा में किराए से रहता है. इंगोले राजस्व विभाग में ठेका प्रणाली पर वाहन चालक के रूप में कार्यरत था. ऐसे में वह अक्सर काम के सिलसिले में नायब तहसीलदार प्रशांत अडसुले के घर आता जाता रहता था. उसे घर की सभी जानकारी थी. यही नहीं प्रशांत अडसुले की पत्नी से उसकी बोलचाल होती रहती थी.
प्रशांत की पत्नी के हाथों में गहने होने की जानकारी भी दीपक को थी. होंडा यूनिकॉन पर सवार होकर दीपक अपने साथ अन्य आरोपी विनोद सोनेकर के साथ अडसुले के घर गया. जहां दीपक ने सीधे कट्टा तानते हुए बड़े ही धीमी आवाज में अडसुले की पत्नी को धमकाते हुए साथ लाई रस्सी से दोनों हाथ बांधे और खामोश रहने की चेतावनी दी.
अडसुले के पत्नी के हाथों के कंगन, अंगूठी, नकद 7 हजार रुपए छिने और चलते बने. इस घटना से डरी सहमी अडसुले की पत्नी काफी देर तक जगह पर ही बैठी रही. जैसे-तैसे उसने रस्सी खोलकर नीचे पहुंची और घर में किराए पर रहने वाले छात्रों तथा पड़ोस की महिला को आपबीती बताई. लूटपाट की घटना को अंजाम देने के लिए दीपक ने वरुड तहसील के करजगांव निवासी महेंद्र निस्वाडे से देशी कट्टा लाया था. पूछताछ में जब यह बात दीपक ने बताई तो पुलिस ने महेंद्र को भी हिरासत में लिया.