रवि राणा ने ठाकरे पर लगाया आरोप ( pic credit; social media)
अमरावती: आश्वासन समिति की बैठक मुंबई विधान भवन में गुरुवार को विधायक रवि राणा की अध्यक्षता में ली गई। जिसमें मिठी नदी की गहराई, मलबा निकालना, सुरक्षा दीवार कार्य में हुए घोटाले का मामला सामने आया। जिस पर रवि राणा ने संतप्त होकर ठेकेदार की जांच करने के निर्देश दिए।
विधायक रवि राणा ने मीठी नदी की सफाई के लिए दिए गए कांट्रैक्ट में बड़े पैमाने पर घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, उद्धव ठाकरे जब राज्य के मुख्यमंत्री थे तब 185 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट मीठी नदी को साफ और नदी से जुड़े अन्य चीजों के लिए दिया गया था। इस कॉन्ट्रैक्ट में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है। इस घोटाले की जांच का आदेश अपर आयुक्त को दिया गया है।
19 विधायकों की कमेटी बनी
राणा ने आगे कहा, अधिकारी 8 दिन के अंदर जांच रिपोर्ट कमेटी को देंगे। सरकार ने इसके लिए 19 विधायकों की कमेटी बनाई है। सभी विधायक मीठी नदी वाले परिसर का दौरा करेंगे। विधायक जानने की कोशिश करेंगे कि सफाई और सौंदर्यीकरण के नाम पर कितना काम हुआ है। जल्द ही पूरा घोटाला सामने आएगा। उद्धव ठाकरे को खुश करने में लिप्त पाए जाने वाले बीएमसी के अधिकारी और ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई होगी। दोषी पाए गए ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।
रवि राणा ने कहा, “महानगरपालिका के जितने भी घोटालेबाज ठेकेदार हैं, सब आदित्य ठाकरे के करीबी हैं। शशि थरूर को भाजपा का ‘सुपर प्रवक्ता’ बताने वाले कांग्रेस नेता उदित राज पर रवि राणा ने कहा, कांग्रेस के नेता हों या किसी अन्य दल के नेता, सभी प्रधानमंत्री को अपना आदर्श मानते हैं। कांग्रेस के 99 प्रतिशत नेता प्रधानमंत्री की तारीफ करते हैं। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सफल बनाकर प्रधानमंत्री ने अपना कर्तव्य निभाया है।
124 लीज जमीनों से मिलेंगे 120 करोड़
बैठक में 12 जे मिल भूमि घोटाले, आयटी चटई क्षेत्र पर पब व बार-रेस्टॉरेंट बनाकर बिल्डरो ने जगह पर कब्जा किया है। बृहन मुंबई के आयुक्त अभिजीत बांगर की अध्यक्षता में आयटी एक्सपर्ड व छात्रो की जांच समिति गठीत कर रिपोर्ट जल्द से जल्द पेश करने को कहा। इसके अलावा प्रधान सचिव घटनास्थल को भेट देंगे। 124 लीज जमीनों से सरकार को 120 करोड़ रुपये मिलेगे। उसका हेड निर्माण करने के आदेश दिए गए।
आश्वासन समिति की बैठक अब करेगी जांच
बैठक में नगर विकास विभाग व्दारा 58 विवरणपत्रो का पठन किया गया। मनपा आयुक्त, उपसचिव, अवर सचिव की गवाही दर्ज की गई। मिठी नदी के सुधार के पहले ठेकेदार को 186 करोड़ व दुसरी बार भी 534 करोड़ का काम दिया गया। समिति अब इसकी जांच करेगी। बैठक में सभी विधायक राजेश पवार, हिरामन खोसकर, विक्रम पाचपुते, अनुप अग्रवाल, अमोल पाटिल, अपर आयुक्त विपिन शर्मा, उल्हास नगर, मनपा आयुक्त मनीषा आव्हाडे, कल्याण के आयुक्त अभिनव गोयल, पुना मनपा के पृथ्वीराज, विशाल म्हैसकर, उपसचिव प्रियंका छापवाले, सचिन सहस्त्रबुध्दे, निर्मल चौधरी, विधानसभा सचिव नारायण थेटे व अनेक आला अफसर उपस्थित थे।
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