(प्रतीकात्मक तस्वीर)
अकोला: सतपुड़ा पहाड़ियों की तलहटी में स्थित अकोट तहसील के शाहनूर के निवासी दूषित पानी के कारण डायरिया से संक्रमित हो गए हैं और स्वास्थ्य विभाग ने गांव में डायरिया का प्रकोप घोषित किया है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। पोपटखेड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 10 मरीजों का इलाज चल रहा है और पांच टीमों को कार्यान्वित किया गया है।
अकोला जिले में बेलखेड़, दहातोंडा के बाद अब शहनूर के डायरिया प्रकोप ने चिंता बढ़ा दी है। यह बारिश के दिन हैं और इन दिनों जलजनित और कीट-जनित बीमारियां अपना सिर उठाती हैं। दूषित पानी से जिले में डायरिया और गैस्ट्रो के मामले बढ़ गए हैं। सरकारी व निजी क्लीनिक फुल हो गए हैं। पिछले एक महीने में तेल्हारा तहसील के बेलखेड़ गांव, मुर्तिजापुर तहसील के दहातोंडा और बार्शीटाकली तहसील के सराव गांव के बाद अब अकोट तहसील के शाहनूर में डायरिया की महामारी शुरू हो गई है।
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम पंचायत की लापरवाही के कारण गांव डायरिया से संक्रमित हो गया है। जिला स्वास्थ्य अधिकारी, तहसील स्वास्थ्य अधिकारी और तहसील स्तर की टीमों ने शुक्रवार को शाहनूर गांव में दस्त, उल्टी और अन्य लक्षणों वाले रोगियों का पता लगाया। गांव में कुल पांच सर्वे टीमें लगाई गईं और शनिवार को गांव में 438 लोगों की जांच की गई।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, फिलहाल शाहनूर गांव में स्थिति नियंत्रण में है। फिलहाल 10 मरीजों का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों की पांच टीमों को घटनास्थल पर तैनात किया गया है और जिला स्तरीय स्वास्थ्य प्रणाली पूरी घटना की निगरानी कर रही है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दस्ते के 2 सैंपल, पानी के 5 सैंपल व ब्लीचिंग पाउडर का एक सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा है। डायरिया की महामारी पर नियंत्रण के लिए घर-घर जाकर मेडिकल ऑफिसर एमबीबीएस 2, मेडिकल ऑफिसर बीएएमएस 2, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर, हेल्थ असिस्टेंट, हेल्थ वर्कर 5, स्वास्थ्य सेविका 5, आशा स्वयंसेविका व आंगनबाड़ी वर्कर 4, कुल 5 टीमों द्वारा सर्वे किया जा रहा है।