कांग्रेस ने किया नगराध्यक्ष पद पर कब्जा, फोटो- सोशल मीडिया
Chikhaldara Municipal Election: अमरावती जिले के पर्वतीय पर्यटन स्थल चिखलदरा नगरपालिका चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को करारी शिकस्त दी। भाजपा की सत्ता परिवर्तन की रणनीति मतदाताओं पर असर नहीं डाल सकी और कांग्रेस ने नगराध्यक्ष पद पर कब्जा जमाकर दमदार वापसी की।
चुनाव परिणामों में कांग्रेस प्रत्याशी शेख अब्दुल शेख हैदर विजयी रहे। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार राजेंद्रसिंह सोमवंशी को पराजित किया। लंबे समय बाद चिखलदरा में कांग्रेस की सत्ता स्थापित हुई है। कांग्रेस के 12 सदस्य निर्वाचित हुए, जबकि भाजपा को केवल 8 सीटों पर संतोष करना पड़ा।
राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजित पवार गुट) के वरिष्ठ नेता और तीन बार नगराध्यक्ष रह चुके राजेंद्रसिंह सोमवंशी ने करीब 15 पूर्व नगरसेवकों के साथ भाजपा में प्रवेश किया था। भाजपा ने उन्हें सीधे नगराध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया। इस कदम का उद्देश्य कांग्रेस और राष्ट्रवादी को कमजोर करना था, लेकिन मतदाताओं ने भाजपा की इस रणनीति को नकार दिया। इस पूरे घटनाक्रम में युवा स्वाभिमान पार्टी के अध्यक्ष और विधायक रवि राणा की प्रमुख भूमिका रही। उन्होंने भाजपा को मजबूत करने के लिए प्रयास किए, लेकिन परिणाम कांग्रेस के पक्ष में गया।
चुनाव में एक और चर्चा का विषय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के ममेरे भाई आल्हाद कलोती रहे। प्रभाग क्र. 10 (ब) से उनकी निर्विरोध जीत के लिए कांग्रेस सहित 9 उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया। आल्हाद कलोती निर्विरोध नगरसेवक चुने गए। हालांकि भाजपा को एक सीट पर सफलता मिली, लेकिन पूरी नगरपालिका पर कब्जा करने का सपना टूट गया।
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इस चुनाव ने साबित कर दिया कि चिखलदरा में कांग्रेस की पकड़ अब भी मजबूत है। भाजपा की रणनीति अल्पकालिक साबित हुई और कांग्रेस ने स्थानीय राजनीति में अपनी स्थिति को फिर से मजबूत किया।