पचमढ़ी प्रशिक्षण वर्ग में अमित शाह की सख्त नसीहत (फोटो- सोशल मीडिया)
भोपाल: मध्य प्रदेश की सियासत का केंद्र इन दिनों पचमढ़ी में बना हुआ है, बीजेपी नेताओं की पाठशाला चल रही है, जहां तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन हुआ है। पहले ही दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उपस्थित नेताओं को कड़ी हिदायत देते हुए कहा कि विवादित बयानों से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचता है, इसलिए जुबान पर नियंत्रण जरूरी है। उन्होंने साफ किया कि चाहे कोई भी पद पर हो, हर किसी को आजीवन विद्यार्थी रहना चाहिए। इस संदेश के साथ उन्होंने कार्यकर्ताओं और नेताओं को जिम्मेदारी का अहसास दिलाने की कोशिश की। पचमढ़ी में आयोजित भारतीय जनता पार्टी के तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का आगाज़ हो चुका है, जो 16 जून तक चलेगा। इस आयोजन का पहला सत्र खास रहा, जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी नेताओं को दिशा देने के साथ-साथ संयम का पाठ भी पढ़ाया।
उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि पार्टी की गरिमा बनाए रखने के लिए सभी नेताओं को अपने शब्दों पर नियंत्रण रखना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी स्तर का व्यक्ति क्यों न हो, उसे हमेशा सीखने की भावना बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं को विवादित बयान देने से दूर रहने की नसीहत दी और कहा कि गलती हो सकती है, लेकिन उसकी पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। यह टिप्पणी उस समय और भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है जब कुछ मंत्रियों के बयानों को लेकर पार्टी को हाल में आलोचना झेलनी पड़ी है।
संगठनात्मक ढांचा और विचारधारा का विस्तार
प्रशिक्षण वर्ग के दौरान पार्टी के संगठनात्मक ढांचे और विचारधारा को भी विस्तार से समझाया गया। पार्टी पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को यह भी बताया गया कि संगठन की मजबूती कार्यकर्ताओं के व्यवहार पर निर्भर करती है। इस वर्ग का उद्देश्य केवल ज्ञानवर्धन नहीं, बल्कि अनुशासन और विचारधारा के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराना भी है। कार्यक्रम के दौरान ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत अटल वाटिका में पौधारोपण भी किया गया, जहां भाजपा के प्रमुख पदाधिकारी और प्रतिनिधि मौजूद रहे। यह पहल भावनात्मक जुड़ाव और पर्यावरणीय जागरूकता का प्रतीक बनकर सामने आई।
कितने भी बड़ा नेता हो हमेशा सीखते रहें
पचमढ़ी के इस प्रशिक्षण वर्ग को पार्टी के भीतर अनुशासन और नीतिगत मजबूती के लिहाज से अहम माना जा रहा है। अमित शाह का यह स्पष्ट संदेश कि नेता कितना भी बड़ा क्यों न हो, उसे सीखते रहना चाहिए, संगठन की सोच को दर्शाता है। यह वर्ग चुनावी रणनीति के साथ-साथ संगठन को मजबूत करने की दिशा में भी अहम कदम है, जो आने वाले समय में पार्टी के अंदरूनी संतुलन और सार्वजनिक छवि पर सीधा असर डाल सकता है।
जम्मू-कश्मीर में AAP नेता मलिक का बड़ा राजनीतिक कदम, सरकार से समर्थन लिया वापस
अमित शाह का स्पष्ट संदेश, जुबान संभालें नेता
प्रशिक्षण वर्ग के पहले सत्र में अमित शाह ने नेताओं से कहा कि विवादास्पद बयान पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं। उन्होंने दोहराया कि गलती हो सकती है, लेकिन उसे दोहराया नहीं जाना चाहिए।